यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच रूस ने सेना में शामिल किया दुनिया की सबसे खतरनाक मिसाइल, आधे घंटे के भीतर धरती के किसी भी हिस्से को कर सकती है तबाह
रूस-यूक्रेन विवाद यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच रूस ने सेना में शामिल किया दुनिया की सबसे खतरनाक मिसाइल, आधे घंटे के भीतर धरती के किसी भी हिस्से को कर सकती है तबाह
- 30 मिनट में तबाह कर देगी धरती का कोई भी कोना
डिजिटल डेस्क, मास्को। रूस व यूक्रेन के बीच जंग जारी हुए नौ माह से ज्यादा का समय हो गया है लेकिन युद्ध खत्म होने के बारे में किसी को नहीं पता। इसी बीच रूस ने अपने सैन्यशक्ति को और मजबूत करने में जुट गया है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने अंतरमहाद्वीपीय हाइपरसोनिक एवनगार्ड मिसाइल सिस्टम को ओरेनबर्ग इलाके में तैनात कर दिया है। रूस की तरफ से दावा किया गया है कि यह मिसाइल अगर छोड़ी गई तो दुनिया के किसी भी कोने में 30 मिनट के भीतर लक्ष्य कर हमला कर सकती है। इसकी स्पीड आवाज की गति से 27 गुना ज्यादा है, यानी 33076 किलोमीटर प्रतिघंटा है। रूस ने दावा किया है कि एवनगार्ड मिसाइल का वजन करीब 2 हजार किलोग्राम है।
— euronews (@euronews) December 17, 2022
ये है मिसाइल की खासियत
मिसाइल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि अगर तापमान 20 डिग्री सेल्सियस है व हवा में नमी भी नहीं है, तो यह एवनगार्ड मिसाइल करीब 10 किलोमीटर की दूरी एक सेकेंड में पार कर सकती है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि इस मिसाइल की तैनाती के साथ ही उनके रणनीतिक मिसाइल फोर्स की ताकत बढ़ गई है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने साल 2018 में कहा था कि यह मिसाइल अजेय है। इसे दुनिया का कोई एंटी-मिसाइल सिस्टम मार नहीं सकता है। रूस के इस मिसाइल की चर्चा दुनियाभर में हो रही है।
इस वजह से तैनात किया सबसे घातक मिसाइल
रूस का कहना है कि पश्चिमी देश यूक्रेन को हथियार की मदद कर रहे हैं। रूस ने यूक्रेन पर 76 हमले किए हैं लेकिन उसमें अधिकतर को यूक्रेनी सेना और एयरफोर्स ने बेकार कर दिया। गौरतलब है कि रूस बीते 24 फरवरी 2022 से ही यूक्रेन पर हमला कर रहा है, तभी ये जंग जारी है। शुक्रवार को भी रूस की ओर से यूक्रेन की राजधानी कीव पर 40 मिसाइलें दागी लेकिन उनमें लगभग सभी मिसाइलों को यूक्रेन की सेना ने जवाबी कार्यवाही में तबाह कर दिया। यही वजह है कि रूस ने सेना में दुनिया की सबसे घातक मिसाइल को तैनात किया है।
इन देशों के पास हैं हाइपरसोनिक मिसाइलें
एवनगार्ड जैसी हाइपरसोनिक मिसाइलें रूस के अलावा अमेरिका व चीन के पास हैं। ऐसी घातक मिसाइलें उत्तर कोरिया भी विकसित कर रहा है लेकिन इसकी पुष्टि नहीं की है। रूस के पास जो एवनगार्ड हाइपरसोनिक मिसाइल है, उसे आईसीबीएम मिसाइल में लगातार छोड़ा जाता है। यानी कुछ दूरी तक मिसाइल लेकर जाएगी। उसके बाद यह एवनगार्ड अपने रौद्र रूप में जाकर दुश्मन के टारगेट को ध्वस्त कर देगी।
हाइपरसोनिक हथियार इतने प्रकार के होते हैं
हाइपरसोनिक हथियार दो प्रकार के होते हैं। पहला- ग्लाइड व्हीकल्स यानी हवा में तैरने वाले, दूसरा क्रूज मिसाइल। अभी ज्यादातर देश ग्लाइड व्हीकल्स बना रहे हैं। इन्हें एक मिसाइल पर लगातार छोड़ा जाता है। फिर एक तय दूरी के बाद मिसाइल अलग हो जाती है। उसके बाद ग्लाइड व्हीकल्स आसानी से उड़ते हुए टारगेट पर हमला करता है।