कंधार, गजनी और हेरात के बाद काबुल पर कब्जा जमाने से 90 KM दूर है तालिबान, हिंदू और सिखों को सुरक्षित बाहर निकालेगा भारत
बैकफुट पर अफगानिस्तान कंधार, गजनी और हेरात के बाद काबुल पर कब्जा जमाने से 90 KM दूर है तालिबान, हिंदू और सिखों को सुरक्षित बाहर निकालेगा भारत
- अफगानिस्तान पर तेजी से कब्जा जमा रहा है तालिबान
- अफगानिस्तान से हिंदू और सिखों को सुरक्षित बाहर निकालेगा भारत
- कंधार
- गजनी और हेरात के बाद काबुल पर तालिबान की नजर
डिजिटल डेस्क, काबुल। तालिबान ने अफगानिस्तान के कंधार, गजनी और हेरात जैसे बड़े शहरों पर अपना कब्जा जमा लिया है। तालिबान तेजी से अपने कदम बढ़ा रहा है। शुक्रवार को खबर मिली है कि तालिबान ने अब अफगानिस्तान के लोगार इलाके पर कब्जा कर लिया है। यहां से राजधानी काबुल महज 90 किलोमीटर की दूरी पर है। तालिबान अब तक 34 प्रांत में से करीब 12 से अधिक अपने कब्जे में ले चुका है। विदेशी मुद्दों के जानकारों का कहना है कि काबुल पर कब्जे के साथ ही अफगानिस्तान सरकार पूरी तरह बैकफुट पर आ जाएगी।
बता दें कि गुरुवार रात को तालिबान लड़ाकों ने कंधार पर कब्जा कर लिया। यहां से देर रात को सभी सरकारी कर्मचारी और अन्य लोग शहर छोड़कर भाग गए। गजनी पर कब्जा करने के साथ ही तालिबान को हाईवे के रास्ते सीधे काबुल पर कब्जा करने में मदद मिलेगी। तालिबान के लड़ाकों ने एक वीडियो जारी किया है। जिसमें अफगानी सैनिकों ने तालिबान के लड़ाकों के सामने सरेंडर कर दिया है।
इस बीच भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अफगानिस्तान में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। स्थिति पूरी तरह संवेदनशील हो गई है। इस बीच तालिबान के कब्जे वाले इलाकों में हिंदू और सिख समुदाय के लोगों की चिंताओं पर सहमति जताते हुए विदेश मंत्रालय ने साफ किया कि उन्हें सुरक्षित निकलने में मदद दी जाएगी। भारत सरकार ने पहले भी 380 से अधिक परिवारों को भारत आने में मदद की थी। अफगानिस्तान में अब भी 30-40 सिख परिवार बताए जाते हैं। इसके साथ ही वहां मौजूद सभी राजनायिकों और स्टॉफ को सुरक्षित भारत लाया जाएगा।
काबुल में भारतीय दूतावास ने कहा कि हालिया घटनाओं से पता चलता है कि भारतीय नागरिक दूतावास की सुरक्षा सलाह पर ध्यान नहीं दे रहे हैं और खुद को खतरे में डाल रहे हैं। एडवाइजरी में कहा गया, "हाल ही में एक मामला सामने आया है जिसमें सरकारी बलों के नियंत्रण से बाहर के क्षेत्र में एक डैम साइट पर तीन भारतीय इंजीनियरों का इमरजेंसी एयर रेस्क्यू करना पड़ा।" सभी भारतीय नागरिकों से समय-समय पर जारी सिक्योरिटी एडवाइजरी का पूरी तरह से पालन करने का आग्रह किया गया है।
ग्राउंड रिपोर्टिंग के लिए अफगानिस्तान पहुंचने वाले भारतीय पत्रकारों से दूतावास ने कहा कि उन्हें देश में अपने प्रवास और आवाजाही के दौरान अतिरिक्त सुरक्षा उपाय करने की सलाह दी जाती है। एडवाइजरी में कहा गया है कि भारतीय पत्रकारों को अच्छी तरह से स्थापित सुरक्षा लॉजिस्टिक फर्मों की पहचान करनी चाहिए जो देश में उनके ठहरने और आवाजाही के लिए आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था कर सकें।