बाढ़ से जूझ रहे पाकिस्तान पर मडंरा रहा है एक और बड़ा खतरा, उतरते पानी के साथ बढ़ रहा है संक्रमण का खतरा

बाढ़ के बाद इंफेक्शन का डर बाढ़ से जूझ रहे पाकिस्तान पर मडंरा रहा है एक और बड़ा खतरा, उतरते पानी के साथ बढ़ रहा है संक्रमण का खतरा

Bhaskar Hindi
Update: 2022-09-01 14:16 GMT
बाढ़ से जूझ रहे पाकिस्तान पर मडंरा रहा है एक और बड़ा खतरा, उतरते पानी के साथ बढ़ रहा है संक्रमण का खतरा
हाईलाइट
  • बाढ़ से पाक में मचा कोहराम

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान में भीषण बाढ़ के कारण लाखों लोगों का जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बाढ़ के कारण सबसे खराब स्थिति सिंध, बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा के क्षेत्रों में बना हुआ है। बाढ़ से स्थिति का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते है कि वहां बाढ़ के चलते लगभग 3.3 करोंड लोग प्रभावित है। भीषण बारिश से आए बाढ़ की वजह से वहां पर पुल और सड़कें नष्ट हो गई हैं। पाकिस्तान में बाढ़ से आई पानी अब सड़ने लगी है। जिससे हजारों लोग बीमार होने लगे है।

भीषण बाढ़ के चलते अब पाकिस्तान में महामारियां फैलने लगी हैं। सरकार द्वारा वहां पर राहत शिविरों में लगाए गए हैं। रहात शिविरों में सबसे ज्यादा लोगों को डायरिया, त्वचा संबंधी बीमारियां और आंखों में संक्रमण के मामले सामने आ रहे है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने एक रिपोर्ट में बताया कि सिंध में पिछले 24 घंटे में डायरिया के 90,000 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। बता दें कि एक दिन पहले ही पाकिस्तान और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बाढ़ प्रभावित इलाकों  में जलजनित बीमारियों के फैलने की चिंता जताई थी। 

इतने लोगों की गई जान

पाकिस्तान ने समय पूर्व मॉनसून और भारी बारिश का मुख्य कारण जलवायु परिवर्तन को बताया है। पाकिस्तान में जून से अचानक आई बाढ़ के चलते अब तक 1191 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि वहां पर अब तक करीब 10 लाख मकान क्षतिग्रस्त हो चुके है। पाकिस्तान पहले से ही आर्थिक संकट झेल रहा हैं और अब इस बाढ़ ने पाकिस्तान को और ज्यादा संकट में डाल दिया है। पाकिस्तान  ने अभी तक आईएमएफ समेत  दुनियाभर के कई देशों से भी मदद मांगी है।

पाकिस्तान के कई हिस्सों में बाढ़ का पानी कम हो रहा है। लेकिन अभी भी सिंध प्रांत की स्थिति खराब है। वहां पानी घटने का नाम नहीं ले रही है। वहां पर करीब पांच लाख लोगों को राहत शिविरों में रहना पड़ रहा है। सिंध के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. अजरा फजल पेचुहो ने बताया कि सिंध प्रांत में बाढ़ से प्रभावित इलाको में हजारों लोगों के लिए चिकित्सा शिविर लगाए गए है। जगह जगह पर मोबाइल चिकित्सा इकाइयों को भी तैनात किया गया है।

बाढ़ से बढ़ लोग हो रहे हैं संक्रमित

डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि वें पाकिस्तान में डायरिया, हैजा और अन्य संक्रामक रोगों के लिए निगरानी बढ़ा रहे है और स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सा से जूड़ी सभी दवाईयां उपल्ब्ध करा रहे है। वहां के डॉक्टरों ने बताया कि पहले भारी बारिश के कारण मरीज बाढ़ से सदमाग्रस्त थे। लेकिन अब डायरिया, त्वचा संक्रमण तथा अन्य जलजनित बीमारियों से पीड़ित हजारों लोग इलाज करवा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनपीएफ) के मुताबिक पाकिस्तान में बाढ़ से लगभग 64 लाख लोग प्रभावित है और उसे मानवीय सहायता की जरुरत है। 


6 लाख से अधिक महिलाएं गर्भवती

यूएनपीएफ ने बताया है कि पाकिस्तान में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगभग 6,50,000 महिलाएं गर्भवती है और उन्हें मातृ स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता है। जिनमें से 73,000 महिलाएं अगले महीने शिशु को जन्म देने वाली है। इस बीच पाकिस्तान सेना ने बचाव टीम के साथ बाढ़ से प्रभावित इलाकों में फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए अभियान चला रहे हैं। बाढ़ वालें इलाकों में बचाव टीम ज्यादातर नावों का सहारा ले रही है। लेकिन कई क्षेत्रों में नाव नहीं पहुंच पा रही हैं, तो सेना फंसे लोगों को निकालने के लिए हेलीकॉप्टर से उड़ान भर कर लोगों को निकाला रहे हैं।

गौरतलब है कुछ दिन पहले, संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान को आपातकालीन कोष के तौर पर 16 करोड़ डॉलर की मदद करने का ऐलान किया है। फिलहाल अभी तक तुर्की, चीन, कतर और सऊदी अरब समेत  कई देशों ने इस मुश्किल हलात में पड़े पाकिस्तान की मदद की हैं।

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