इजराइल-हमास जंग: जेल जाएंगे नेतन्याहू! जारी हो सकता है वारंट, फिलिस्तीनियों पर हमले करवाने और गाजा को तबाह करने के हैं आरोप
- इंटरनेशनल कोर्ट ने इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ जारी किया वारंट
- हमास जंग में युद्ध अपराध का आरोप
- अरेस्ट वारंट का अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन ने किया विरोध
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीते 7-8 महीने से हमास के साथ जारी युद्ध के बीच इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के लिए एक बुरी खबर आई है। दरअसल, इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (आईसीसी) उनके खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी कर सकता है। उन पर हमास जंग में युद्ध अपराध का आरोप है। आईसीसी के चीफ प्रॉसिक्यूटर करीम खान ने कोर्ट में नेतन्याहू के साथ इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट के खिलाफ अरेस्ट वारंट की डिमांड की है।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, चीफ प्रॉसिक्यूटर ने कहा है कि नेतन्याहू और रक्षा मंत्री योव गैलेंट पर आरोप है कि उन्होंने जानबूझकर इजराइली सेना को गाजा में फिलिस्तीनी नागरिकों को टारगेट करने का ऑर्डर दिया। इसके साथ ही उन्होंने वहां मानवीय सहायता को पहुंचने से भी रोका, जिससे भुखमरी जैसे हालात पैदा हुए। इसके अलावा इजराइली पीएम ने जंग के बहाने गाजा में टारगेट किलिंग करवाई। अब इन आरोपों के बाद अब जज वारंट जारी करने पर विचार कर रहे हैं।
नेतन्याहू ने आरोपों को बताया झूठा और बेतुका
वहीं, अपने ऊपर इन आरोपों को नेतन्याहू ने झूठा और बेतुका बताया है। इतना ही नहीं उन्होंने इस वारंट को अपने नहीं बल्कि पूरे इजराइल के खिलाफ बताया। इजराइली पीएम ने कहा कि यदि मेरे खिलाफ वारंट जारी होता है तो यह केवल एक नेता नहीं बल्कि पूरे देश के खिलाफ होगा। इनके अलावा आईसीसी हमास नेताओं के खिलाफ भी युद्ध अपरोधों को लेकर गिरफ्तार वारंट जारी कर सकता है।
हमास के लीडर इस्माइल हानिए और याह्या सिनवार पर आरोप हैं कि उन्होंने पिछले साल अक्टूबर में इजराइल पर हमले के दौरान वहां के नागरिकों पर अत्याचार किए। कई महिलाओं के साथ बलात्कार किया, बुजुर्गों व बच्चों को बड़ी बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया और लगभग 250 लोगों को किडनैप कर बंधक बना लिया। इसके बाद इजराइल ने हमास के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया। 7 अक्टूबर 2023 से जारी इस युद्ध में अब तक 35 हजार से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवा दी है।
विरोध में आए अमेरिकी राष्ट्रपति
इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट के अरेस्ट वारंट का अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन ने विरोध किया है। उन्होंने कहा कि इजराइल और हमास के बीच कोई समानता नहीं है। इजराइल अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए भरसक प्रयास कर रहा है। अमेरिका के विदेश मंत्री ने भी वारंट को नकारते हुए कहा कि आईसीसी के पास ऐसा कोई अधिकार नहीं है जिसके जरिए वो नेतन्याहू को गिरफ्तार करे। यदि इसके बावजूद भी उन्होंने अरेस्ट वारंट जारी किया तो यह युद्धविराम समझौते तक पहुंचने में नकारात्मक असर डालेगा। बता दें कि आईसीसी इससे पहले रूसी राष्ट्रपति पुतिन के खिलाफ भी अरेस्ट वारंट जारी कर चुका है। जो कि यूक्रेन में बच्चों के अपहरण और डिपोर्टेशन के आधार पर था।