पीएम का गयाना दौरा: PM मोदी ने गयाना की संसद के विशेष सत्र को किया संबोधित, विस्तारवाद नीति पर किया करारा प्रहार

PM मोदी ने गयाना की संसद के विशेष सत्र को किया संबोधित, विस्तारवाद नीति पर किया करारा प्रहार
  • विस्तारवाद नीति पर पीएम करारा प्रहार
  • मोदी ने गयाना की संसद के विशेष सत्र को किया संबोधित
  • पीएम का गयाना दौरे पर जी-20 की तारीफ की

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गयाना की संसद के विशेष सत्र को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, "भारत और गयाना का रिश्ता बहुत गहरा है, यह मिट्टी, पसीने और परिश्रम का रिश्ता है। करीब 180 साल पहले एक भारतीय गयाना की धरती पर आया था और उसके बाद से खुशी और गम दोनों ही स्थितियों में भारत और गयाना का रिश्ता आत्मीयता से भरा रहा है।" पीएम ने कहा कि गयाना ने मुझे कल ही सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। यहां के सभी नागरिकों को बहुत-बहुत धन्यवाद। मैं यह सम्मान भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

पीएम मोदी ने कहा कि आज विश्व के सामने आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है- लोकतंत्र पहले, मानवता पहले। पहले लोकतंत्र की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो, सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। मानवता पहले की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है। जब मानवता पहले को निर्णयों का आधार बनाते हैं तो नतीजे भी मानवता के हित करने वाले ही होते हैं। लोकतंत्र पहले की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो, सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो।

जी-20 का जिक्र

पीएम ने कहा कि एक समावेशी समाज के निर्माण में लोकतंत्र से बड़ा कोई माध्यम नहीं। लोकतंत्र हमारे डीएनए में है, हमारे दृष्टि में है, हमारे आचार-व्यवहार में है। इसलिए जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपने G20 प्रेसिडेंसी के दौरान एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य का संदेश दिया।

पीएम ने कहा कि आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम प्रथम प्रत्युत्तरकर्ता बनकर वहां पहुंचे। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया के लिए यह समय टकराव का नहीं है, यह समय टकराव पैदा करने वाली कंडिशंस को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेररिज्म, ड्रग्स, साइबर क्राइम... ऐसी कितनी भी चुनौतियां हैं जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे।

विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े- पीएम

पीएम मोदी ने कहा कि हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम संसाधन पर कब्जे की, संसाधन को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। आज भारत हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है, शांति के पक्ष में खड़ा है। इसी भावना के साथ आज भारत ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। पीएम ने कहा कि G20 समिट के दौरान भारत ने वीमेन लेड डेवलपमेंट को एक बड़ा एजेंडा बनाया था। भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं उनमें से सिर्फ 5 प्रतिशत महिलाएं है, जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं उनमें से 15 प्रतिशत महिलाएं हैं।i

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं जहां ताम-झाम हो चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत और इतिहास को जानना था समझना था। आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे जिन्हें मुझसे हुई मुलाकात याद होगी। मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं।"

Created On :   21 Nov 2024 9:35 PM IST

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