एंटी इंडिया पर घिरे: मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू की बढ़ती जा रही है मुश्किलें
- चीन समर्थित मुइज्जू सरकार
- सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों में ठनी
- मालदीव संसद में अराजकता की स्थिति
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एंटी इंडिया रुख पर मालदीव के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। विपक्ष की पार्टियों की ओर से चीन समर्थित मुइज्जू सरकार के विरोध में अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर ली है। मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी ने मुइज्जू के खिलाफ महाभियोग चलाने के लिए पर्याप्त सांसदों के हस्ताक्षर करा लिए है। जल्द ही इसे संसद में पेश किया जाएगा।
बीते रविवार के दिन मालदीव की संसद में मारपीट, धक्का मुक्की ,अराजकता की स्थिति देखने को मिली। ये इस दौरान हुआ जब मुइज्जू सरकार ने अपने कुछ कैबिनेट मंत्रियों की मंजूरी के लिए विशेष सत्र बुलाया था। काफी विरोध के बाद सत्र बाधित रहा। सत्तारूढ़ गठबंधन के दल पीपुल्स नेशनल कांग्रेस (पीएनसी) और प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव (पीपीएम) के सांसद विपक्षी दल एमडीपी के सांसदों से मारपीट करने लगे थे। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। कांदिथीमू के सांसद अब्दुल्ला हकीम शाहीम और केंधिकुलहुधू के सांसद अहमद ईसा के बीच हाथापाई हुई, दोनों संसद विवाद में नीचे गिर गए। लड़ाई-झगड़े में गिरने से शाहीम के सिर पर चोट आई ।
निजी न्यूज चैनल आज तक ने मालदीव की एक न्यूज वेबसाइट Sun.mv की रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि सत्तारूढ़ पीपीएम-पीएनसी गठबंधन ने संसद के अध्यक्ष मोहम्मद असलम और उपाध्यक्ष अहमद सलीम के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दायर किया है। सत्तारूढ़ गठबंधन ने कहा है कि कैबिनेट को संसदीय मंजूरी न देना नागरिक सेवाओं में अड़ंगा डालना है।
इंडिया आउट के एजेंडे पर सत्ता में आए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू राष्ट्रपति शुरु से भारत विरोधी रुख अपनाए हुए हैं। अपने चीनी दौरे से लौटने बाद मुइज्जू ने भारतीय सेना को वापस करने को कहा। इसकी समय सीमा 15 मार्च तय की है। आपको बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल के अंतिम महीने दिसंबर में लक्षद्वीप का दौरा किया, जिसकी इमेज वीडियो सोशल मीडिया पर साझा हो रही थी। इसका विरोध करते हुए मालदीव के तीन मंत्रियों ने आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। मालदीव मंत्रियों की टिप्पणी का भारतीय लोगों ने विरोध किया। पर्यटकों ने मालदीव जाने की यात्रा कैंसिल कर दी। इससे मालदीव को भारी नुकसान उठाना पड़ा। मंत्रियों के बयान पर मालदीव पर्यटन विभाग ने भी मुइज्जू सरकार के मंत्रियों को लताड़ लगाई और उन्हें माफी मांगने को कहा। बढ़ते विवाद को देखते हुए मुइज्जू सरकार ने अपने तीनों उप-मंत्रियों को निलंबित कर दिया था।
विवाद के बीच भारतीय गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति मुइज्जू के तेवर कुछ नरम होते हुए दिखाई दिए, जब उन्होंने 26 जनवरी को भारत को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी। लेकिन मालदीव संसद में सत्तारुढ़ और विपक्षी पार्टियों में मुइज्जू के भारत विरोधी रुख पर गहमा गहमी बनी हुई है।