चीन समर्थित: मालदीव ने 43 भारतीय नागरिकों समेत 186 विदेशियों को किया निर्वासित

  • मुइज्जू ने फिर लिया भारत से पंगा
  • 12 देशों के 186 विदेशियों को किया डिपोर्ट
  • विदेशियों में एक भी चीन का नहीं

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-14 12:05 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मालदीव ने 43 भारतीयों सहित 186 विदेशियों पर वीजा उल्लंघन और मादक पदार्थों से संबंधित अपराध करने का आरोप लगाते हुए उन्हें निर्वासित कर दिया है। सरकारी समाचार एजेंसी पीटीआई भाषा ने माले के ऑनलाइन समाचार प्रतिष्ठान अधाधु के हवाले से ये लिखा है। आपोक बता दें अधाधु ने एक खबर में यह जानकारी दी गई। भारत-मालदीव संबंधों में आए तनाव के बीच मुइज्जू ने ये फैसला लिया गया है। मालदीव सरकार ने अवैध कारोबार का आरोप लगाते हुए ये एक्शन लिया है। इसे लेकर कहा जा रहा है कि मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने एक बार फिर भारत से पंगा लिया है।

मुइज्जू को चीन समर्थक नेता माना जाता है। मालदीव की सरकार ने 12 देशों के 186 विदेशियों को डिपोर्ट किया है, उनमें से चीन का एक भी नागरिक शामिल नहीं है। डिपोर्ट किए जाने वाले विदेशियों में सबसे अधिक संख्या बांग्लादेश के नागरिकों की है। इसके बाद भारत, फिर श्रीलंका और नेपाल के नागरिकों का स्थान है। ऐतिहासिक तौर पर बांग्लादेश  भारत का मित्रवत देश है।  

नवभारत टाइम्स डॉट कॉम ने मालदीव के मीडिया अधाधु के हवाले से लिखा है कि किसी अन्य नाम के तहत पंजीकरण करने के बाद, उन्हें किसी दूसरे नाम से संचालित किया जाता है। जिस स्थान पर रजिस्ट्रेशन कराया गया है, उनके बजाए दूसरी जगहों से चलाया जा रहा है। कुछ ऐसे भी हैं, जिनका रजिस्ट्रेशन मालदीव के नागरिकों के नाम से हुआ है, लेकिन उन्हें विदेशी चला रहे हैं। 

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