भारत-कनाडा तनाव: बयानबाजी कर बुरे फंसे PM जस्टिन ट्रूडो, कनाडाई सांसदों को मनाने के लिए खेली नई चाल, क्या सता रहा सत्ता खोने का डर?
- भारत और कनाडा के बीच जारी है तनाव
- कनाडाई सांसद कर रहे पीएम ट्रूडो का हो रहा विरोध
- सांसदों को मनाने के लिए ट्रूडो ने खेली नई चाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और कनाडा के बीच द्विपक्षीय संबंधों में तनाव बढ़ता ही जा रहा है। भारत से बिगड़ते संबंधों और कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की बयानबाजी से कनाडा के सांसद बेहद खफा है। कनाडा की संसद में पीएम ट्रडो के इस्तीफे की अपील उठनी शुरू हो गई है। इसके बाद पीएम ट्रूडो के अगले चुनाव से पहले इस्तीफा देने की चर्चा तेज हो गई थी । इस देखते हुए अब ट्रूडो ने बड़ी घोषणा की है। जिससे हर तरह की अटकलों पर विराम लग चुका है।
सूत्रों के मुताबिक, पीएम ट्रूडो सत्ता से किसी भी हालत में गवाना नहीं चाहते हैं। यही कारण है कि वह नाराज सांसदों के साथ मीटिंग कर रहे हैं। इस क्रम में पीएम ट्रूडो ने बुधवार को करीब तीन घंटे तक पार्टी के सांसदों के साथ बैठक की थी। बता दें, ट्रूडो की पार्टी के 24 सांसदों ने उनके पीएम पद के इस्तीफे की मांग की थी। इसके लिए उन्होंने चुनाव से पहले ट्रूडो के पद से इस्तीफा देने वाले पत्र पर दस्तखत भी किए हैं।
कनाडा में पीएम ट्रूडो का हो रहा विरोध
इस बैठक के बाद ट्रूडो ने कहा, " मेरी सबसे बात चल रही है. हम एकसाथ मजबूती से आगे बढ़ेंगे। मुझे हाउस ऑफ कॉमन्स के 153 लिबरल पार्टी सदस्यों का विशाल बहुमत मिला हुआ है। मैं चौथी बार के लिए तैयार हूं।" इस बयान को देखते हुए यह बात साफ हो जाती है कि वह अगले साल चुनाव लड़ने। इसी के साथ उनके पीएम पद से हटने के भी कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
कनाडा में साल 2025 में चुनाव होने है। जानकारी के मुताबिक, अगले साल के अक्टूबर में संघीय चुनाव होने की संभावना है। कनाडा में जस्टिन ट्रूडो की भारत विरोधी बयानबाजी ही चर्चा में आने का इकलौता कारण नहीं है। कनाडा में मंहगाई, इमीग्रेशन समेत कई मुद्दों पर विपक्ष जमकर ट्रूडो सरकार पर दबाव बना रही है।
कनाडा में पीएम जस्टिन ट्रूडो आए दिन भारत विरोधी बयानबाजी कर रहे हैं। इस बीच नई दिल्ली की ओर से कनाडा से भारत लौटे राजनयिक और उच्चायुक्त संजय संजय कुमार वर्माका रिएक्शन सामने आया है। उन्होंने कनाडा की राजधानी ओटावा की ओर से भारत पर लगाए गए आरोपों को 'राजनीति से प्रेरित' करार दिया है।
भारतीय राजनायिक ने कही थे ये बात
इससे पहले साल 2023 में कनाडा में खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में ट्रूडो सरकार ने भारत की संलिप्तता होने का आरोप लागाया था। लेकिन, अब तक भारत के खिलाफ कनाडाई सरकार कोई सबूत पेश नहीं कर पाई है।
भारत आने से पहले राजनायिक कनाडा के सीटीवी से बातचीत में कहा था, "कुछ भी नहीं। कोई सबूत पेश नहीं किया गया। यह राजनीति से प्रेरित है।" बता दें, भारत सरकार की ओर से 21 नवंबर को कनाडा से अपने उच्चायुक्त और अन्य राजनयिकों एवं अधिकारियों को वापस बुलाने का फैसला लिया गया था।