इजरायल-हमास युद्ध: अरेस्ट वारंट जारी होने के बाद क्या कहना है नेतन्याहू का? सारे आरोपों को किया खारिज, एक्स पर वीडियो शेयर करके दिया रिएक्शन
- नेतन्याहू पर हुआ अरेस्ट वारंट जारी
- नेतन्याहू पर लगे आरोपों को उन्होंने किया खारिज
- एक्स पर वीडियो शेयर करके दी प्रतिक्रिया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मिडिल इस्ट में जारी तनाव के बीच इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने गुरुवार 21 नवंबर को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पूर्व रक्षा मंत्री योव गैलेंड और हमास के सैन्य कमांडर के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी कर दिया है। आईसीसी ने इसके बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जिन भी लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए हैं, उन पर गाजा में युद्ध और अक्टूबर 2023 के हमलों को लेकर युद्ध अपराध और मानवता के खिलाफ अपराध के आरोप हैं। इसके अलावा आईसीसी ने प्रधानमंत्री नेतन्याहू पर लगे आरोपों के जांच के भी आदेश दिए हैं। जिसके कुछ समय बाद ही नेतन्याहू ने अपने खिलाफ लगे हुए सारे आरोपों को खारिज कर दिया है। साथ ही एक्स पर पोस्ट करके प्रतिक्रिया दी है।
बेंजामिन ने किया आरोपों को खारिज
बेंजामिन नेतन्याहू ने आईसीसी की तरफ से लगाए गए सारे आरोपों को खारिज कर दिया है। इजरायल का कहना है कि ऐसा फैसला आईसीसी की सीमा में नहीं आता है। इजरायल के प्रमुख विपक्षी नेता यायर लिपिड ने आदेश की निंदा करते हुए इसको आतंकवाद के लिए इनाम का करार दे दिया है।
बेंजामिन नेतन्याहू का रिएक्शन
इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने आईसीसी के फैसला सुनाने के कुछ समय के बाद ही अपना रिएक्शन दिया था। उन्होंने अपने एक्स पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, 'हेग में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय का यहूदी विरोधी फैसला एक आधुनिक ड्रेफस मुकदमा है जिसका अंत भी उस तरह से ही होगा।' आईसीसी पर हमला करते हुए नेतन्याहू ने अपनी वीडियो में जिस ड्रेफस मुकदमे के बारे में कहा है, वो साल 1894 और 1906 के बीच में फ्रांस में हुआ था। जो कि एक राजनीतिक और न्यायिक घोटाला था जिसमें अल्फ्रेड ड्रेफस नाम का के यहूदी फ्रांसीसी सेना अधिकारी को जर्मनों को सैन्य रहस्य बेचने के कथित राजद्रोह के मामले गलत तरह से दोषी ठहराया गया है। जिसके बाद उन्हें दोषी नहीं पाया गया और उनको फ्रांसीसी सेना में बहाल कर दिया गया था।