इजरायल -हमास जंग: राफा के भीतर घुसे इजरायली टैंक, शरणार्थियों की तबाही पर इजरायल की सफाई, कहा हमास के दो कुख्यात आतंकियों को बनाया गया था निशाना
- इजरायली हमले में मारे गए 45 लोग
- मिस्र सीमा पर रणनीति क्षेत्र पर कब्जे का दावा
- पहले भी शरणार्थी शिविर को बना चुका है निशाना
- सैटेलाइट तस्वीरें आईं सामने
डिजिटल डेस्क, गाजा। इजरायल ने दक्षिणी गाजा पट्टी में बसे राफा शहर पर कई हमले किए। इजरायल -हमास जंग के बीच में इजरायल की ओर से राफा में शरणार्थी शिविर पर किए गए हमलों से राफा की बर्बादी और तबाही को देख रहे दुनिया के कई देश आलोचना कर रहे है। हाल ही में इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने संसद में इसे एक दुखद गलती बताया था। राफा पर इजरायल की एयर स्ट्राइक की सैटेलाइट तस्वीरों में साफ देखे जा सकते हैं।
हालांकि यह पहली बार नहीं है जब इजरायल ने किसी शरणार्थी शिविर को निशाना बनाया है। 24 मई को इजरायली सेना ने खान यूनिस के पास टेंट और शरणार्थी शिविरों पर भी बमबारी की थी। गाजा में फिलिस्तीनी सिविल डिफेंस और राफा में कुवैत अस्पताल के मुताबिक , 2 मई को दक्षिणी गाजा शहर में अल-शबौरा शरणार्थी शिविर पर इजरायली हवाई हमले में दो बच्चों की मौत हो गई और कई अन्य लोग घायल हो गए।
इजरायली सरकार ने पहले ही ये संकेत दिया था कि राफा में प्रवेश करना हमास के खिलाफ उसके युद्ध का आखिरी चरण होगा। पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास के बड़े हमले के बाद इजरायल ने जंग की घोषणा की थी, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और लगभग 250 लोगों को बंधक बना लिया था। फिलिस्तीनी अधिकारियों के मुताबिक , जवाब में इजराइल ने गाजा में विनाशकारी हमला किया जिसमें 36,000 से अधिक लोग मारे गए
निजी न्यूज चैनल आज तक ने लिखा है कि मैक्सार टेक्नोलॉजीज की ओर से बुधवार को जारी की गई सैटेलाइट तस्वीरों में इजरायली हवाई हमले से पहले और बाद के राफा को देखा जा सकता है। रविवार 26 मई को हुए हमले में एक शरणार्थी शिविर में आग लग गई थी जिसमें 45 लोगों की मौत हो गई थी। इजरायली हमले में मरने वालों में ज्यादातर बच्चे और महिलाएं थीं।इसे दुखद बताते हुए इजरायल ने कहा कि हमास के दो कुख्यात आतंकियों को निशाना बनाया था और उसका इरादा नागरिकों को नुकसान पहुंचाने का कतई नहीं था। मैक्सार टेक्नोलॉजीज ने केरेम शालोम बॉर्डर क्रॉसिंग की तस्वीरें भी जारी कीं, जहां शुक्रवार 24 मई को मिस्र ने संयुक्त राष्ट्र की ओर से प्रदान की गई मानवीय सहायता को अस्थायी रूप से गाजा तक पहुंचने की अनुमति देने की प्रतिबद्धता जताई थी।
आज तक ने बीबीसी की रिपोर्ट के हवाले से लिखा है कि इजरायली सेना का दावा है कि गाजा और मिस्र के बीच सीमा पर एक रणनीतिक क्षेत्र पर उसने नियंत्रण हासिल कर लिया है, जिसे 'फिलाडेल्फी कॉरिडोर' के नाम से जाना जाता है। इजरायल डिफेंस फोर्सेस के एक प्रवक्ता ने कहा कि यहां गाजा में हथियारों की तस्करी के लिए हमास द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली लगभग 20 सुरंगें मिली हैं।
मिस्र के एक टीवी चैनल ने इन दावों को खारिज करते हुए सूत्रों के हवाले कहा कि इजरायल राफा में अपने सैन्य अभियानों को सही ठहराने की कोशिश कर रहा है। मिस्र ने पहले कहा था कि उसने क्रॉस-बॉर्डर सुरंगों को तबाह कर दिया है, जिससे किसी भी हथियार की तस्करी की संभावना नहीं है।