इजराइल-हमास युद्ध: इजराइली सेना ने गाजा में हमास के कई ठिकानों को किया तबाह, IDF ने दी बड़ी जानकारी
इजराइली सेना ने हमास के कई ठिकानों को किया तबाह
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। इजराइली सेना लगातार गाजा पट्टी में हमास के गुप्त ठिकाने और सुंरगों को ध्वस्थ कर रही हैं। सूत्रों के अनुसार, ये वहीं सुरंगे हैं जहां से हमास के आतंकी इजराइल में नरंसहार करने की साजिश को अंजाम देते थे। इस बात को लेकर इजराइल रक्षा बल (IDF) ने बड़ी जानकारी साझा की है। आईडीएफ के मुताबिक, सेना को गाजा सिटी सेंटर में फिलिस्तीन स्कावयर के नीचे हमास आतंकियों का ठिकाना मिला। इसके अलावा यहां पर एक लंबी चौड़ी सुरंग भी मिली, जिसमें हमास के शीर्ष अतांकियों के दफ्तर भी पाए गए थे। इजराइल ने जानकारी दी है कि सेना ने गाजा पट्टी के नीचे बनाए गए कई गुप्त आतंकी सुरंग और केंद्र को बमबारी करके खत्म कर दिया है।
इजराइल का मानना है कि गाजा में इन्हीं गुप्त सुरंगों की मदद से हमास आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देता था। इन ठिकानों को हमास का केंद्र भी बताया जाता था। वहीं, युद्ध में इजराइली सेना द्वारा हमास के करीब 600 लड़ाकों को मार गिराया है। साथ ही, गाजा से हमास के कई कंट्रोल सेंट्रर को भी तबाह कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन्हीं केंद्रों में हमास के कई महत्वपूर्ण कार्यालय और इमारतें भी मौजूद थे।
कार्यालयों के अलावा ये चीजे भी थी मौजूद
इजराइली रक्षा बल ने बताया कि इन गुप्त स्थानों पर न केवल हमास के कार्यकाल पाए गए थे बल्कि, यहां रिहाइशी इमारतें, दुकानें, गूंगे-बहरे बच्चों का स्कूल और आतंकी याह्या सेनवार का नेटवर्क भी पाया गया था। इजराइली सूत्रों की मानें तो याह्या के इस ठिकाने पर आंतकियों ने हमला करने की सूचना दी थी। गौरतलब है कि, युद्धविराम और गाजा की कैद में 129 इजराइली बंधकों की रिहाई जैसे मुद्दों पर इजराइल और हमास के बीच आपसी समझौता नहीं हो पा रहा है। इधर, युद्ध में इजराइली हमलों के चलते गाजा में लगभग 20 हजार से ज्यादा फिलिस्तिनियों की मौत हो चुकी है।
इस बीच इजराइल ने गाजा में बुनियादी चीजों की आपूर्ति पर रोक लगा दी है। इजराइल ने यूएन के आग्रह को भी नजरअंदाज कर दिया है। जिसके चलते गाजा में सिर्फ 10 फीसदी तक ही खाद्य आपूर्ति पहुंच पा रही है। जो जरुरत के लिहाज से काफी कम है। इस वजह से गाजा में भुखमरी की स्थिति बनी हुई है और लोग भूख चलते मरने को मजबूर है।