इजराइल-लेबनान युद्ध: हिजबुल्लाह का कैसे हुआ खात्मा? इन 10 बातों से समझिए IDF ने कैसे बरपाया कहर

  • इजराइल और लेबनान के बीच जारी है युद्ध
  • ईरानी सेना ने इजराइल पर की गोलाबारी
  • जानें युद्ध से जुड़े 10 बड़े अपडेट

Bhaskar Hindi
Update: 2024-10-05 12:55 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजराइल और ईरान की जंग से मीडिल ईस्ट में तनाव की स्थिति बनी हुई है। ईरान के हमलोंं से  इजराइल आगबबूला हो चुका है। इसके बाद अब दुनिया की निगाहें इजराइल के अगले कदम पर टिकी हुई हैं। बीते दिन ईरान के सु्प्रीम लीडर आयतुल्लाह खामेनेई ने करीब 4 साल बाद पहली बार जुमे की नमाज के बाद भाषण दिया था। इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए इजराइल से बदला लेने के लिए सभी इस्लामिक देशों से साथ आने का आह्वान किया था। खामेनेई ने कहा था कि इजराइल पर ईरान के हमले पूरी तरह जायज है। इस बीच जानकारों का कहना है भविष्य में इजराइल-ईरान के बीच युद्ध मिडिल ईस्ट के अलावा भारत के व्यापारिक संबंधों को भी प्रभावित कर सकता है।

आइए जानते हैं इजराइल और लेबनान युद्ध से जुड़ी अब तक की 10 बड़ी बातें

1. लेबनान में बेरूत एयरपोर्ट पर इजराइल के शुक्रवार रात से ही हमले जारी हैं। इसके लिए आईडीएफ ने लोगों को पहले ही घर खाली करने की चेतावनी दी थी। लेबनान के सीमावर्ती क्षेत्रों में इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच युद्ध जारी है। इजराइल ने लेबनान के तीन अस्पतालों को निशाना बनाया है। इसके बाद लोगों को सही तरह से इलाज मिलने मे परेशानी हो रही है।

2. युद्ध के बीच आईडीएफ ने बड़ा दावा किया है। आईडीएफ का कहना है कि दक्षिण लेबनान में चार दिनों से जारी सैन्य कार्रवाई में हिजबुल्लाह के 20 कमांडर समेत 250 लड़ाकों को ठिकाने लगा दिया गया है। इनमें 5 बटालियन कमांडर, 10 कंपनी कमांडर और 6 प्लाटून कमांडर शामिल थे। इसके अलावा आईडीएफ ने 2000 से ज्यादा मिलिट्री टारगेट्स को नष्ट करने की भी पुष्टि की है।

3. आईडीएफ ने शनिवार को स्टेटमेंट जारी कर कहा है कि दक्षिणी लेबनान में रात भर चली सैन्य कार्रवाई में लेबनान की एक मस्जिद में हिजबुल्लाह के लड़ाकों को निशाना बनाया गया है। आईडीएफ के बयान के मुताबिक, "सुरक्षाबलों ने खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी पर हिजबुल्लाह के आतंकवादियों पर हमला किया, जो दक्षिणी लेबनान में सलाह घंडौर अस्पताल से सटे एक मस्जिद के अंदर स्थित एक कमांड सेंटर के भीतर काम कर रहे थे।"

4. युद्ध के बीच लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना ने बयान दिया है। इसमें उन्होंने कहा है कि आईडीएफ की दक्षिण बेरूत को खाली करने की चेतावनी के बावजूद संयुक्त राष्ट्र शांति सेना यहां से हिलने नहीं वाली है। इसके अलावा यूएनआईएफआईएल ने भी एक बयान जारी किया है। इसमें उन्होंने कहा है कि लेबनान में इजराइल की ओर से जमीनी हमले करना शुरू कर दिए। इजराइल वहां के लोगों को जगह खाली करना का अनुरोध कर रही है।

5. न्यूज एजेंसी एएफपी ने हिजबुल्लाह से संबंधित एक सूत्र के हवाले से बताया है कि हिजबुल्लाह के पूर्व चीफ नसरल्ला को शुक्रवार को एक गुप्त जगह पर दफना किया गया है। इसके पीछे का कारण नसरल्ला के अंतिम संस्कार में इजराइल के हमले को रोकना था। सूत्रों का कहना था कि बड़े पैमाने पर नसरल्लाह का अंतिम संस्कार करना मुश्किल था।

6. इजराइल के हमले में हमास के लड़ाकू ब्रिगेड अल-कसाम के कमांडर सईद अताल्लाह की जान चली गई थी। उत्तरी लेबनान के त्रिपोली शहर में शरणार्थी कैंप को आईडीएफ ने निशाना बनाया था। इस कैंप में सईद अताल्लाह और उसकी पत्नी समेत दो छोटी बेटियां मारी गई थी।

7. संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत फ्रांसेस्का अल्बानीज ने बयान में कहा, "फिलिस्तीन और लेबनान प्रभावी रूप से ऐसे स्थान बन गए हैं जहां इजरायली सेना की नजर में कोई नागरिक नहीं रहता है। उन्हें लगता है कि यहां सभी पुरुष, महिलाएं और बच्चे मरने लायक हैं।"

8. ईरान की राजधानी तेहरान में शुक्रवार को सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह खामेनेई 4 साल बाद अपने भाषण में हुंकार भरी। उन्होंने जुमे की नमाज के बाद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ईरान की सेना का इजराइल पर हमला उसके अपराधों के सामने कुछ भी नहीं है। जरूरत पड़ने पर ईरानी सेना फिर से इजराइल पर हमला करेगी।

9. हिजबुल्लाह ने आईडीएफ पर बड़ा आरोप लगाया है। जिसके मुताबिक, दक्षिणी लेबनान के ओदैसेह शहर में आईडीएफ घुसपैठ करने का प्रयास कर रही है। इस वजह से दोनों के बीच मुठभेड़ जारी हैं। इसके अलावा आईडीएफ ने खियाम शहर और काफर किला के बाहरी क्षेत्रों में बमबारी की है। इतना ही नहीं बल्कि, अमेरिकी सेना ने भी शुक्रवार को यमन के हौथी-नियंत्रित क्षेत्रों में 15 होथी ठिकानों को निशाना बनाया है।

10. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मिडिल ईस्ट में तनाव पर बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि वह नहीं जानते कि इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं या नहीं। बाइडेन ने कहा, "किसी भी प्रशासन ने इजरायल की इतनी मदद नहीं की, जितनी मैंने की है। मुझे लगता है कि बेंजामिन नेतन्याहू को इस बात का ध्यान रखना चाहिए, लेकिन क्या वो राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। मुझे नहीं पता है, लेकिन मैं उन पर भरोसा नहीं कर रहा हूं।"

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