भारतीय मूल के थर्मन शनमुगरत्नम बने सिंगापुर के राष्ट्रपति, चुनाव में मिले 70 फीसदी वोट
- थर्मन शनमुगरत्नम को मिले सबसे ज्यादा 70.4 फीसदी वोट
- 9वें राष्ट्रपति के लिए 1 सितंबर को होगा चुनाव
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत मूल के थर्मन ऱनमुगरत्नम ने सिंगापुर के राष्ट्रपति पद के चुनाव में जीत हासिल कर ली है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने सिंगापुर के इलेक्शन डिपॉर्टमेंट के हवाले से बताया कि चुनाव में शनमुगरत्नम को 70.4 फीसदी वोट मिले हैं। बता दें कि सिंगापुर के 9वें राष्ट्रपति के लिए 1 सितंबर यानी शुक्रवार को मतदान हुआ था। देश के इस सबसे बड़े चुनाव में देश के लोगों ने बढ़चढ़कर मतदान किया था। देश के करीब 27 लाख मतदाताओं ने चुनाव में वोट दिया।
थर्मन शनमुगरत्नम के अलावा राष्ट्रपति पद के दो और उम्मीदवार थे। इनमें पहला नाम सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी के पूर्व इंवेस्टमेंट हेड एनजी कोक सॉन्ग का था जबकि दूसरा नाम सरकारी बीमा कंपनी के पूर्व प्रमुख टैन किन लियान का था।
कई पद संभाल चुके हैं थर्मन
सत्तारूढ़ पीपुल्स एक्शन पार्टी (पीएपी) के वरिष्ठ नेता थरमन सिंगापुर की राजनीति में करीब दो दशक से एक्टिव हैं। 2001 में वे संसद सदस्य के रूप में उन्होंने अपने राजनीति जीवन की शुरूआत की थी। इस दौरान उन्होंने उपप्रधानमंत्री के अलावा शिक्षा और वित्त मंत्री का पदभार भी संभाला। इन सभी के अलावा वे कई कैबिनेट के पदों पर भी कार्य कर चुके हैं। थर्मन ने सिंगापुर के मौद्रिक प्राधिकरण के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया है। यहां पर उन्होंने देश की निवेश रणनीति समिति की अध्यक्षता भी की है। इसके अलावा वे देश की ओर से अंतरराष्ट्रीय सलाहकार परिषद के भी अध्यक्ष रह चुके हैं।
13 सितंबर को खत्म होगा निवर्तमान राष्ट्रपति का कार्यकाल
बता दें कि देश की निवर्तमान राष्ट्रपति हलीमा याकूब का कार्यकाल इसी महीने की 13 तारीख य़ानी 13 सितंबर को खत्म होने वाला है। सिंगापुर में साल 2017 का राष्ट्रपति चुनाव एक आरक्षित चुनाव था जिसमें केवल मलय समुदाय के लोग ही शामिल हो सकते थे। ऐसे में हलीमा को राष्ट्रपति नामित किया गया क्योंकि अन्य कोई उम्मीदवार उनके सामने खड़ा नहीं हुआ था।