अमेरिका ने हूती विद्रोहियों को बनाया निशाना: 5 हथियार डिपो पर की बमबारी, दुनिया के सबसे घातक विमान B-2 बॉम्बर का किया इस्तेमाल

  • अमेरिका ने हूती विद्रोहियों के हथियार डिपो पर किया हमला
  • हूती विद्रोहियों ने भी की हमले की पुष्टि
  • अमेरिका को दी भारी कीमत चुकाने की धमकी

Bhaskar Hindi
Update: 2024-10-17 12:27 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी एयरफोर्स ने दुनिया के सबसे घातक विमानों में से एक B-2 स्पिरिट बॉम्बर से हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर निशाना साधकर उन्हें तबाह कर दिया। अलजजीरा ने अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के हवाले से बताया कि एयर फोर्स ने B-2 स्टील्थ बॉम्बर से यमन की राजधानी सना के नजदीक स्थित हूती विद्रोहियों के 5 ठिकानों पर सटीक निशाना साधा।

उन्होंने कहा कि इस पांचों जगह हूतियों ने अपने हथियार छिपा कर रखे थे। जिनका इस्तेमाल वह दुश्मन देशों पर हमला करने और लाल सागर व अदन की खाड़ी से गुजरने वाले जहाजों को निशाना बनाने में करते थे।

राष्ट्रपति बाइडेन ने दिए निर्देश

रक्षा मंत्री ने आगे बताया कि हमले का निर्देश राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दिया था। उन्होंने कहा कि हमारे इस जबाव से यह बात साफ हो गई कि दुश्मन अपने हथियारों को कितना भी छिपाकर रख ले लेकिन हम उन्हें ढूंढकर बर्बाद कर देंगे।

अमेरिका को कीमत चुकानी होगी

वहीं, हूती विद्रोहियों की तरफ से भी इस हमले की पुष्टि की गई है। हालांकि इस हमले में कितना नुकसान हुआ है इसकी जानकारी समूह ने नहीं दी है। हूती के डिप्टी हेड नसरुद्दीन आमेर ने अमेरिका को इसकी कीमत चुकानी होगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह पहला मौका है जब अमेरिका ने यमन में B-2 बॉम्बर का इस्तेमाल किया है। इससे पहले अमेरिकी सेना यमन में फाइटर जेट का इस्तेमाल करती रही है।

सबसे घातक और महंगा विमान है B-2 स्टील्थ बॉम्बर

मीडिया रिपोर्ट्स मुताबिक B-2 स्टील्थ बॉम्बर अमेरिका का सबसे घातक हथियार है। शीत युद्ध के दौरान अमेरिका ने इसे बनाया था। 13 साल बने इस बॉम्बर की 132 यूनिट बनाई जारी थी लेकिन 21 ही बन सकीं। इसके साथ ही यह साल 2008 और 2022 में हादसे का शिकार भी हो गया था। अमेरिका के पास अब केवल 19 B-2 स्टील्थ बॉम्बर ही बचे हैं।

इस विमान की खासियत है कि ये अन्य लड़ाकू विमानों की तुलना में ज्यादा बम ले जाने में सक्षम है। यह अपने साथ परमाणु हथियार भी ले जा सकता है। कहा जाता है कि इसके निर्माण की लागत अधिक होने की वजह से अमेरिका ने इस विमान को बनाना बंद कर दिया है। वहीं, अमेरिका ने अभी तक इसे किसी देश को बेचा भी नहीं है।

अमेरिका ने क्यों किया हूतियों पर हमला?

इजराइल बीते साल के अक्टूबर से ही गाजा पर हमला कर रहा है। इसके जवाब में हूती विद्रोही समंदर में सहयोगी देशों के जहाजों पर हमला कर रहे हैं। वह अभी तक लाल सागर और अदन की खाड़ी से गुजरने वाले 100 से ज्यादा जहाजों को निशाना बना चुके हैं। इसी के चलते इजरायल के मित्र देश अमेरिका ने हूती विद्रोहियों पर हमला किया है।

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