इजराइल-ईरान युद्ध: हमास चीफ इस्माइल हानिया की मौत में षड्यंत्र का एंगल! शक के घेरे में आए IRGC के ब्रिगेडियर जनरल, पूछताछ जारी
- इजराइल और ईरान के बीच हमले जारी
- इस्माइल हानिया की मौत में षडयंत्र का मामला
- IRGC के ब्रिगेडियर जनरल से हो रही पूछताछ
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजराइल और ईरान के बीच युद्ध मिडिल ईस्ट देशों के लिए एक बड़ा संकट बनकर उभर रहा है । दिन-ब-दिन ईरान पर जारी इजराइली हमलों ने इस्लामिक देशों को आगबबूला कर दिया है। इस सिलसिले में इजराइल ने बीते महीने हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह पर एयरस्ट्राइक करके उसे मौत के घाट उतार दिया था। इसके अलावा जुलाई में हमास प्रमुख इस्माइल हानिया को भी इसी तरह से ठिकाने लगाया गया था। तेहरीन में हानिया ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियान के शपथग्रहण समारोह में शामिल होने पहुंचे थे। हमास चीफ की मौत के बाद से ही ईरान की सुरक्षा व्यवस्था सवालों के घेरे मैं हैं। इस मामले में ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स (IRGC) के कुद्स फोर्स के चीफ ब्रिगेडियर जनरल इस्माइल कानी का नाम सामने आया है। उन पर हानिया की हत्या मामले के षड्यंत्र में शामिल होने का संदेह जताया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, ईरान के हाउस अरेस्ट में 67 वर्षीय इस्माइल कानी को लाया गया है। जहां पर कानी से नसरल्लाह की मौत के मामले में सवाल पूछे जा रहे हैं। ईरानी सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामनेई के निगरानी में यह कार्रवाई हो रही है। हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद से कानी गायब थे। इस संबंध में उनके टीम से भी पूछताछ हो रही है।
27 सितंबर को नसरल्लाह की हुई थी मौत
इजराइल ने 27 सितंबर को इजराइल ने लेबनान के बेरूत में एयर स्ट्राइक की थी। इसी हमले में हिजबुल्ला के चीफ हसन नसरल्लाह की मौत हो गई थी। हिजबुल्लाह ने नसरल्लाह के उत्तराधिकारी के रूप में हाशेम सैफुद्दीन को नए चीफ की कमान सौंपी थी। लेकिन 4 अक्टूबर को इजराइल ने एक बंकर पर किए हमले में हाशेम को मार गिराया था। इन हमलो के बाद ईरान और हिजबुल्लाह के सुरक्षा तंत्र की भूमिका पर सवाल उठना शुरू हो गए थे। आरोप लगे कि इजराइल को इन गुप्त स्थानों के सूचना कैसे मिल रही थी।
इस्माइल कानी की भूमिका पर उठ रहे सवाल
हसन नसरल्लाह के मारे जाने के बाद इस्माइल कानी अन्य IRGC कमांडर्स के साथ लेबनान रवाना तो हुए थे। हालांकि, सैफुद्दी की मौत के दो दिन तक उनसे किसी भी तरह का संपर्क नहीं हो पाया। इसके बाद से ही कानी की भूमिका संशय में आ गई थी। इस पर IRGC के सीनियर अफसर का कहना था कि कानी सही सलामत है। वह नियमित रूप से अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। फिलहाल, कानी को हाउल अरेस्ट में ले जाया गया है। यहां पर उनसे पूछताछ होने के बाद ही छोड़ा जाएगा।