इजरायल-हमास संघर्ष: इजरायली हमलों से बचने के लिए हमास का मास्टर प्लान, खुफिया सुरंग में छिपाकर रखा है एंटी-टैंक समेत कई खतरनाक हथियार

  • हमास की ताकत दिन ब दिन बढ़ती जा रही
  • इजरायल-हमास में युद्ध जारी

Bhaskar Hindi
Update: 2023-10-14 04:10 GMT

डिजिटल डेस्क, यरुशलम। एक हफ्ते से इजरायल-हमास में युद्ध जारी है। दोनों एक दूसरे पर गोला बारूद दाग रहे हैं ताकि वजूद मिटाया जा सके। इन सबके बीच इजरायल ने कसम खाई है कि जब तक हमास को गाजा पट्टी से मिटा नहीं देता, तब तक ये मिसाइलें और बंदूक चलती ही रहेंगी। लेकिन इजरायल को यह सब करना आसान नहीं होगा क्योंकि हमास ने इस वक्त अपने दुश्मन पर पूरी तैयारी के साथ आक्रमण किया है।

जानकारी के मुताबिक, हमास ने हमाल करने से पहले अपने लड़ाकों को पूरी ट्रेनिंग ईरान और अरब देशों से दिलवाई है ताकि इजरायल से पूरी मजबूती के साथ लड़ा जा सके। जिसका असर तबाह हो रहे इजरायल को देख कर बखूबी लगाया जा सकता है कि आतंकी संगठन हमास की तैयारी किस लेवल पर है। साथ ही इजरायल के हमलों से बचने के लिए हमास ने खुफिया सुरंग भी तैयार किया हुआ है ताकि कम से कम क्षति पहुंते।

हमास की रॉकेट की मारक क्षमता बढ़ी

इजरायल-हमास युद्ध को लेकर हमास का एक वरिष्ठ लड़ाकू अली बराक ने कहा, आवश्कता ही अविष्कार की जननी है। इस युद्ध से पहले हमास के तमाम लड़ाकों ने ईरान समेत लेबनान के हिजबुल्लाह सगंठन से जंग के लिए ट्रेनिंग लिया है। इसके आगे बराक ने कहा, हथियारों के आयात में कठिनाइयों का मतलब है कि पिछले नौ वर्षों में हमने अपनी क्षमताओं को विकसित किया है। हम अब स्थानीय स्तर पर इसके निर्माण में सक्षम हैं। हमास के लड़ाके अली बराक ने अपने रॉकेट्स को लेकर कहा कि, पिछले युद्ध में हमारे पास रॉकटों की मारक क्षमता 40 किमी. थी। लेकिन 2021 के इजरायल-हमास युद्ध के दौरान इसे बढ़ाकर 230 किमी. कर दी गई थी। मौजूदा समय में रॉकेट की मारक क्षमता 2021 से और कही बढ़ गई है। यही वजह था कि बीते शनिवार तड़के हमास ने इजरायल पर करीब 20 मिनट में 5 हजार से अधिक रॉकेट्स दाग दिए थे।

40 हजार से अधिक हमास के लड़ाके

हमास-इजरायल को लेकर एक अधिकारी ने कहा कि, हमास के लड़ाकों को फिलिस्तिनियों में पहचाना बहुत ही टॉफ है क्योंकि यह एक छोटी सेना है लेकिन इनके पास साइबर से जुड़े वो तमाम तकनीक है जिनके जरिए अपने दुश्मन का पता आसानी से लगा सकते हैं। अधिकारी के मुताबिक, हमास के 40 हजार से अधिक लड़ाके हैं जो इजरायल को खुलतौर पर चुनौती दे रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, साल 1990 में हमास के लड़ाकों की संख्या 10 हजार से भी कम थी।

गाजा में खुफिया सुरंग

जानकारी के मुताबिक, इजरायल से लोहा और उसके कार्रवाई से बचने के लिए हमास ने साल 2000 के शुरुआत से गाजा पट्टी के नीचे एक खुफिया सुरंग नेटवर्क का निर्माण किया है। इस सुरंग का प्रयोग हमास अपने लड़ाकों के साथ हथियार, गोला बारूद छुपाने का भी काम करता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमास पहले की तरह अब नहीं रहा, उसके पास भी खतरनाक बम, मोर्टार, रॉकेट, एंटी-टैंक और एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइलें हैं जो दुश्मन को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचा सकते हैं।

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