इजरायल हमास जंग: यूएन दफ्तर के नीचे मिली हमास की हाईटेक सुरंग, इजरायली सेना का आरोप - इसी के जरिए पहुंचाई जा रही थी हमास को रसद
- इजरायल हमास में चार महीने से जारी जंग
- इजरायल ने यूएन दफ्तर के नीचे हमास की सुरंग मिलने का किया दावा
- रफा पर इजरायली सेना के हमले 31 की मौत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजरायल और हमास के बीच बीते 4 महीने से जंग जारी है, जिसमें करीब 28 हजार लोगों ने अपनी जान गंवा दी है। इस बीच इजरायली सेना आईडीएफ ने बड़ा दावा किया है। सेना का कहना है कि उसने गाजा स्थित यूएन कार्यालय के नीचे हमास की एक सुरंग खोजी है। इस खुफिया सुरंग में कई आलीशान कमरे और एक हाईटेक कम्यूटर रूम मिला है। इस सुरंग को इजरायली सेना ने एजेंसियों की तरफ से फिलिस्तीनियों के लिए चलाए जा रहे राहत कार्य को हमास के शोषण का नया सबूत बताया है।
इजरायली सेना ने हमास की पोल खोलते हुए कहा कि फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए बनाए गए राहत कैंप (यूएनआरडब्ल्यूए) के नीचे एक सुरंग खोजी है। सेना का कहना है कि इससे एक बात तो सिद्ध हो जाती है कि इसी सुरंग के जरिए यूएनआरडब्ल्यू के द्वारा फिलिस्तीनियों को मिल रही रसद सामग्री हमास के आतंकियों को भेजी जा रही थी। सेना का कहना है कि यह सुरंग इस हमारे उस दावे को मजबूत करती है जिसमें हमने कहा था कि यूएन की इस संस्था द्वारा मानवीय सहायता के रूप में फिलिस्तीनियों को मिलने वाली रसद सामग्री असल में हमास के आतंकियों को मिलती है।
वहीं इजरायली सेना के आरोप पर फिलिस्तीनियों का कहना है कि इजरायल यूएनआरडब्ल्यू को बदनाम करने के लिए गलत जानकारी दे रहा है। यूएनआरडब्ल्यू है जिसकी मदद के चलते गाजा पट्टी पर लोग कई वर्षों से जिंदा है जो आज यहां के 13 हजार लोगों को रोजगार देने का काम कर रहा है। बता दें कि यूएनआरडब्ल्यू गाजा में कई सालों से स्कूल और स्वास्थ्य जैसी अन्य सामाजित सेवाएं चला रहा है। इसका मुख्यालय गाजा के उत्तरी इलाके में है जहां इजरायली सैनिकों ने जंग की शुरुआत के कुछ समय बाद ही कब्जा कर लिया था।
इजरायली सेना का कहना है कि यह सुरंग 700 मीटर लंबी और 18 मीटर गहरी है। दो हिस्सों में बंटी इस सुरंग में आलीशान कमरे बने हुए हैं जिनमें स्टील की तिजोरियां बनी हुई हैं। यहां एक शौचालय और कंम्प्यूटर सर्वर वाला एक कमरा भी बना हुआ है।
रफा पर हमले में 31 फिलिस्तीनियों की मौत
इजरायली सेना द्वारा शनिवार को गाजा के राफा पर किए ड्रोन हमला किया गया। इस हमले में 31 फिलिस्तीनियों के मारे जाने की खबर है। मरने वालों में एक तिहाई बच्चे बताए जा रहे हैं। बता दें कि इजरायली की तरफ से लगातार हो रहे हमलों के चलते गाजा पट्टी की लगभग आधी आबादी को मिस्त्र की सीमा से लगे इलाकों की तरफ विस्थापित होना पड़ रहा है।