अमेरिका चुनाव 2024: पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की फिर बढ़ी मुश्किलें! मानहानि मामले में लेखिका कैरोल को देना होगा 83.3 मिलियन डॉलर

  • अमेरिका में आम चुनाव से पहले पूर्व राष्ट्रपति की बढ़ी मुश्किलें
  • मानहानि मामले में ट्रंप को लगा बड़ा झटका
  • लेखिका कैरोल को देने होंगे 83.3 मीलियन डॉलर का जुर्माना

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-27 17:25 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका में इस साल होने वाले आम चुनाव से पहले पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें बढ़ गई है। शुक्रवार को न्यूयॉर्क सिटी जूरी ने ट्रंप को मानहानि मामले में निर्णय सुनाते हुए लेखिका ई जीन कैरोल को 83.3 मिलियन डॉलर (लगभग 7 अरब रुपये) के जुर्माने की सजा सुनाई है। जूरी ने ट्रंप को आदेश देते हुए कहा कि लेखिका कैरोल की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने के चलते उन्हें यह रकम सजा के तौर पर चुकानी होगी। वहीं, अदालत में जूरी से अंतिम बहस के समय लेखिका कैरोल के वकील ने निर्णायक मंडल से अपनी क्लाइंट को कम से कम 1.2 करोड़ डॉलर दिलाने की पेशकश की थी। जिसके बाद डोनल्ड ट्रंप अदालत से बाहर उठकर चले गए थे।

वकील बोले- ट्रंप ने कैरोल की प्रतिष्ठा को पहुंचाई ठेस

मानहानि मामले में पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप को लेकर कैरोल के वकील ने कहा कि उन्होंने लेखिका पर कई तरह के सार्वजनिक बयान देकर उन्हें झूठा सिद्ध करने की कोशिश की है। लेखिका के वकील ने आगे कहा कि ट्रंप ने कैरोल के प्रति नफरत फैलाने और उनके सम्मान को नुकसान पहुंचाने की भी कोशिश की।

सुनवाई के दौरान मैनहट संघीय अदालत में वकील रोबर्टा कपलान ने जूरी के सामने अंतिम दलीलें पेश करना शुरू की। इसके कुछ समय बाद ट्रंप ने अपनी कुर्सी बचाव पक्ष की ओर और कोर्ट से बाहर निकल आए। इस बीच ट्रंप अदालत पक्ष में उपस्थित भीड़ को देखने के लिए रुके भी थे। मगर, तभी उनके पीछे खुफिया विभाग की टीम लग गई।

अदालत में डोनल्ड ट्रंप की अचानक एग्जिट से जस्टिस लुईस ए कपलान को क्रोस एग्जामिनेशन के वक्त मजबूरन दखल देना पड़ा था। ऐसे में उन्होंने कहा कि रिकॉर्डिंग में ट्रंप को कोर्ट से अचानक बाहर जाते हुए दिखाया जाएगा। वहीं, अदालत में जूरी की अनुपस्थिति और ट्रंप का कोर्ट से बाहर जाने से ठीक पहले जज ने उनकी वकील अलीनी हब्बा को चेतावनी भी दी थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि वह अदलात में दलील के समय हस्तक्षेप कर रही है। जिसके चलते वह उन्हें जेल भेज देंगे। इस दौरान जज ने ट्रंप की वकील से कहा कि जेल में आप कुछ समय बिताने के कगार पर हैं। कृपया आप बैठ जाइए।

जानिए क्या था पूरा मामला?

लेखिका ई जीन कैरोल ने 'एले' पत्रिका में काफी लंबे समय तक कॉलम लिखने का काम किया है। साल 2019 में प्रकाशित अपनी एक किताब में उन्होंने ट्रंप पर यौन शोषण से जुड़े कई आरोप लगाए थे। इस किताब में उन्होंने लिखा था कि साल 1995 के अंत और 1996 के शुरूआत के बीच में ट्रंप ने उनका रेप किया था। जानकारी के मुताबिक, मैनहट्टन स्थित एक लक्जरी डिपार्टमेंट स्टोर के ड्रेसिंग रूम में यह घटना घटित हुई थी। कैरोल के इन आरोपों को गलत ठहराते हुए ट्रंप ने कहा था कि ऐसा होना नामुमकिन है क्योंकि कैरोल मेरे टाइप की नहीं हैं। इसके बाद ट्रंप पर कैरोल की ओर मानहानि का मामला दर्ज किया गया था। मगर, कैरोल के साथ हुई इस घटना के एक वर्ष गुजरने के बाद कानून के तहत उन्हें ट्रंप के विरोध में बलात्कार का केस लगाने पर रोक लगा दी गई थी। 

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