मध्य पूर्व में तनाव: इजरायल और ईरान के बीच जंग का खतरा

    Bhaskar Hindi
    Update: 2024-04-05 14:13 GMT

    फाईल फोटो एएफपी

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजरायल और ईरान के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई, दोनों देशों के बीच कभी भी जंग छिड़ सकती है। इजरायल और हमास के बीच छह महीने से जंग जारी है। और अब ईरान कभी भी इजरायल पर हमला कर सकता है। इसके लिए इजरायल ने भी पूरी तैयारी कर ली है। इजरायल ने जंग की आहट को भांपते हुए सभी सैनिकों की छुट्टियां कैंसिल कर दी है। रिजर्व सैनिकों को भी वापस बुला लिया है। खबरों के मुताबिक हमलों से बचने के लिए तेल अवीव में फिर से शेल्टर ओपन किए जा रहे हैं।

    ईरान के हमले के लिए इजरायली सेना भी तैयार है। सैनिकों की छुट्टियां रद्द करने के साथ इजरायल ने कई अहम इलाकों पर जीपीएस ब्लॉक कर दिया है। जीपीएस ब्लॉक होने से मिसाइलें और ड्रोन भटक जाते हैं। वहीं कुछ जानकारों का मानना है कि ईरान सीधे तौर पर इजरायल के साथ युद्ध करने से बचेगा। इसके पीछे की मुख्य वजह इजरायल को अमेरिका का मिला साथ। 

    जंगी की शुरुआत 1 अप्रैल को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के कॉन्सुलेट पर हुए हवाई हमले से हुई। इस हमले में 13 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें 6 सीरियाई नागरिक थे। मारे गए लोगों में ईरान के इस्लामिक रिवॉल्युशनरी गार्ड्स कोर (IRGC) में ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रजा जाहेदी भी शामिल थे। वो IRGC की 'कुद्स फोर्स' के अहम थे। अल-जजीरा के मुताबिक, फरवरी 2020 में जनरल सुलेमानी की हत्या के बाद ये दूसरी घटना है जब ईरान के टॉप कमांडर की मौत हुई है। इस हमले के लिए ईरान ने इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है। ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई ने कहा कि इस हमले का ऐसा जवाब दिया जाएगा कि उन्हें अपने किए पर पछतावा होगा। सीरिया में ईरानी राजदूत होसैन अकबरी ने कहा कि ईरान इस हमले का जवाब उसी तरह देगा। राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने भी कहा कि ईरान चुप नहीं बैठेगा। ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियान ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर निशाना साधते हुए  कहा, ये अंतर्राष्ट्रीय समझौतों और डिप्लोमैटिक नॉर्म्स का उल्लंघन है। गाजा में नाकाम होने के कारण नेतन्याहू अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं।

    इजरायल ने कहा

    निजी न्यूज चैनल आज तक के मुताबिक आधिकारिक रूप से इजरायल ने अभी कुछ नहीं कहा है, सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक इजरायली कमांडर ने बताया कि वो 'कुद्स फोर्स' की बिल्डिंग थी, जो दूसरे देशों में अभियान चलाती है। इजरायल डिफेंस फोर्स के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने सीएनएन को बताया है कि वो कॉन्सुलेट या एंबेसी नहीं थी। वो कुद्स फोर्स की बिल्डिंग थी। पेंटागन की डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी सबरीना सिंह ने मंगलवार को कहा था कि अमेरिका का मानना है कि ये हमला इजरायल ने किया था।

    न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को इजरायली खुफिया एजेंसी के पूर्व प्रमुख आमोस याडलिन ने बताया कि इस शुक्रवार को ईरान हमला कर सकता है। या तो वो सीधा सैन्य हमला करेगा या फिर प्रॉक्सी वॉर। प्रॉक्सी वॉर यानी कि ईरान समर्थित हिज्बुल्लाह इजरायल पर हमलों को अंजाम दे सकते हैं। हमास से जंग में भी हिज्बुल्लाह इजरायल के खिलाफ लड़ रहा है। याडलिन का कहना है कि अगर ईरान हमला करता है तो इसमें कोई हैरानी वाली बात नहीं है। डरने की जरूरत नहीं है। इजरायल का वायु रक्षा तंत्र काफी मजबूत है।

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