इजरायल लेबनान युद्ध: इजरायल से परेशान लेबनान का कंधा बनने को चीन तैयार, जानें दोनों देश के मंत्रियों के बीच क्या हुई चर्चा
- इजरायल से परेशान लेबनान को मिला चीन का साथ
- चीन ने कहा हर संभव मदद करेंगे
- चीन ने कहा हिंसा के बदले हिंसा समाधान नहीं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पेजर और वॉकी टॉकी के हमले से हिजबुल्लाह हिल गया है। पेजर और वॉकी टॉकी विस्फोट के बाद अब इजरायल ने लेबनान पर सीधा धावा बोल दिया है। इजरायल ने एक ही दिन में करीब 1500 हमले किए हैं। जिसमें लेबनान के अब तक करीब 500 लोगों की मौत हो गई है। इन हमलों के चलते सभी लोग काफी डरे और सहमे हुए हैं। वहीं अमेरिका ने घोषणा की है कि वह मिडिल ईस्ट में अपने सैनिकों की तैनाती में बढ़ोतरी करेगा। जिस पर चीन ने भी अपनी टिप्पणी दी है और लेबनान को संभव मदद का भरोसा दिलाया है। चीन के विदेश वांग यी ने सोमवार को लेबनान के विदेश मंत्री अब्दुल्ला बौ हबीब से कहा है कि चीन लेबनान की हर संभव मदद करेगा और देश की सुरक्षा में उसका साथ देगा।
चीन के विदेश मंत्रालय में दिया बयान
चीन के विदेश मंत्रालय में दिए गए बयान के अनुसार वांग यी और हबीब न्यूयॉर्क में मिले। वहां पर उन्होंने मिडिल ईस्ट की स्थिति पर चर्चा की। चर्चा करते हुए वांग ने कहा, चाहे जितनी स्थिति बदल जाए चीन न्याय का ही साथ देगा। चीन लेबनान के साथ अपने अरब भाईयों के साथ खड़ा रहेगा। चीन ने चर्चा के दौरान कहा, "हम क्षेत्रीय स्थिति पर बारिकी से नजर रख रहे हैं। लेबनान में संचार उपकरणों के हाल ही में हुए विस्फोट और नागरिकों पर अंधाधुंध हमलों का हम विरोध करते हैं।" साथ ही चीन ने आगे कहा कि, "हम मिडिल ईस्ट में शांति के लिए का कर रहे हैं और अरब देशों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे।"
चीन के बयान के अनुसार, हिंसा का मुकाबला हिंसा से करने से मिडिल ईस्ट में समस्याओं का समाधान नहीं होगा। ऐसा करने से बल्कि स्थिति बिगड़ सकती है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा है कि, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को एक स्थिति बनानी चाहिए और क्षेत्रीय देशों को एक साथ हो जाना चाहिए। वांग ने आगे कि चीन स्थायी युद्धविराम और टू स्टेट सॉल्यूशन को प्रभावी तरीके से लागू करना चाहिए।