बांग्लादेश का नया फरमान: हिंदुओं के खिलाफ बड़ा एलान, नमाज के दौरान लाउडस्पीकर पर पूजा-पाठ पर लगी रोक
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद हिंदुओं पर अत्याचार के कई मामले सामने आए हैं। अब देश की सरकार ने हिंदुओं के खिलाफ एक बड़ा ऐलान किया है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में गृह मामलों के सलाहकार और रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद जहांगीर आलम चौधरी ने अब नमाज और अजान के वक्त पूजा-पाठ करने पर रोक लगा दी है। इतना ही नहीं बल्कि लाउडस्पीकर पर भजन सुनना भी बैन कर दिया गया है। अगर किसी भी हिंदू ने इन नियमों का पालन नहीं किया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
नियम तोड़ने पर कार्रवाई
आपको बता दें कि, शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ के जाने के बाद देश में हिंदुओं पर हिंसा के कई मामले सामने आए हैं। न्यूज रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश में लगभग 300 हिंदू परिवारों और उनके घरों पर अटैक किया गया, उन्हें मॉब लिंचिंग का भी सामना करना पड़ा। साथ हीं, लगभग 10 से भी अधिक हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया। कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से तख्तापलट के बाद से अबतक करीब 49 हिंदू शिक्षकों को निकाला जा चुका है।
बांग्लादेश में कम हो सकते हैं दुर्गा पंडाल
न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2023 में बांग्लादेश में करीब 33 हजार 431 दुर्गा जी के पंडाल की स्थापित किए गए थे। हालांकि, इस साल संख्या कम होकर 32 हजार से भी कर हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि हिंदू यहां पंडाल स्थापित करने से डर रहे हैं।
मोहम्मद यूनुस ने दिया था हिंदुओं के लिए बयान
हाल ही में बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के चीफ मोहम्मद यूनुस ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि शेख हसीना को भारत में रहकर राजनीतिक बयान नहीं देने चाहिए, नहीं तो इससे भारत और बांग्लादेश के बीच दरार पैदा हो सकती है। यूनुस ने यह भी कहा कि वह भारत ने पूर्व पीएम के प्रत्यर्पण की मांग करेंगे। चीफ का कहना है कि जब भी हसीना अपने देश वापस लौट आएंगे तो उनपर मुकदमा चलाया जाएगा। अगर वह हसीना चुप रहतीं तो लोग इसे भूल जाते और वह भी भूल जाते, लेकिन अगर उनकी बयानबाजी जारी रही तो यह ठीक नहीं है। इतना ही नहीं बल्कि, यूनुस ने देश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को लेकर कहा कि इसे बस बड़ा दिखाया जा रहा है।