मंदिर में बांग्लादेशी पीएम: हिंदुओं पर हो रहे हमलों के बीच, प्रसिद्ध ढाकेश्वरी मंदिर पहुंचे पीएम मोहम्मद यूनुस, बोले - 'लोकतंत्र में सब बराबर'
- बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा जारी
- हमलों के खिलाफ बांग्लादेश के अलावा विदेशों में हो रहा विरोध
- नवनियुक्त प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस पहुंचे ढाकेश्वरी मंदिर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद जारी हिंसा के बीच हिंदू समुदाय पर हमले बढ़ते जा रहे हैं। देश के 52 जिलों में हिंदुओं पर 205 हमले हो चुके हैं। इसके विरोध में
बांग्लादेश के अलावा भारत समेत दुनिया के अन्य देशों में प्रदर्शन हुए हैं। इस बीच बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस मंगलवार को ढाका के प्रसिद्ध ढाकेश्वरी मंदिर पहुंचे। यहां पहुंचकर यूनुस ने पूजा-उदयापन परिषद और महानगर सर्वजन पूजा समिति के प्रमुख लोगों, मंदिर के मैनेजमेंट बोर्ड और अन्य लोगों से मुलाकात की।
मोहम्मद यूनुस के इस तरह से मंदिर का दौरा करना लोगों से शांति बनाए रखने की अपील के तौर पर देखा जा रहा है। मंदिर में हिंदू समुदाय से बातचीत के दौरान यूनुस ने कहा कि लोकतंत्र में सब बराबर हैं। हम सभी एक हैं और सभी के लिए अधिकार भी समान हैं।
यूनुस ने कहा, 'लोकतांत्रिक व्यवस्था में हमें हिंदू, मुसलमान या सिख के तौर पर नहीं बल्कि एक इंसान के तौर पर देखा जाना चाहिए'। इस दौरान उन्होंने लोगों से पहले उन्हें काम करने का मौका देने और उसके बाद उन्हें जज करने की बात कही।
शेख हसीना के खिलाफ मामला दर्ज
वहीं, बांग्लादेश छोड़कर भारत में शरण लेने वाली बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना पर एक दुकानदार की हत्या का आरोप है। दरअसल, 19 जिलाई को आरक्षण को लेकर हो रही हिंसा में राजधानी ढाका में एक दुकानदार अबु सईद की पुलिस फायरिंग में मौत हो गई थी। इसी मामले में शेख हसीना और 6 लोगों को आरोपी बनाया गया है।
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार मोहम्मदपुर के रहने वाले आमिर हमजा शातिल ने ढाका मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अदालत में शेख हसीना और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। इस मामले में शेख हसीना के अलावा उनकी पार्टी अवामी लीग के महासचिव ओबैदुल कादर, तत्कालीन गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल, पूर्व पुलिस महानिरीक्षक चौधरी अब्दुल्ला अल-मामून, पूर्व डीबी प्रमुख हारुन रशीद, पूर्व डीएमपी आयुक्त हबीबुर रहमान और पूर्व डीएमपी संयुक्त आयुक्त बिप्लब कुमार सरकार भी आरोपी हैं।