तख्तापलट: बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुखिया बनने के बाद एक के बाद एक केस में बरी हो रहे हैं मोहम्मद यूनुस
- इससे पहले भी एक केस में हुए बरी
- भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर अलर्ट
- हसीना सरकार में यूनुस पर थे दर्जनों केस
डिजिटल डेस्क, ढाका। बांग्लादेश में भारी हिंसा आगजनी और विरोध के चलते हुए तख्तापलट के बाद बनी अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस के केस एक एक कर खत्म हो रहे है। यानि हर केस में बारी बारी से बरी हो रहे है। खबरों के अनुसार कई अन्य मामलों से जल्द ही यूनुस को राहत मिल सकती है। आपको बता दें 84 वर्षीय अर्थशास्त्री मोहम्मद यूनुस ने गुरुवार को अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में शपथ ली।
इससे पहले ढाका की एक अदालत ने 7 अगस्त को यूनुस और ग्रामीण टेलीकॉम के तीन शीर्ष अधिकारियों - अशरफुल हसन, एम शाहजहां और नूरजहां बेगम को श्रम कानून उल्लंघन के एक मामले में भी बरी कर दिया था। आपको बता दें बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और नोबेल विजेता यूनुस के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। शेख के शासन में यूनुस पर कई मामले दर्ज किए गए थे।
खबरों के मुताबिक शपथ लेने के तीन दिन बाद रविवार को मुहम्मद यूनुस को भ्रष्टाचार विरोधी आयोग द्वारा दायर भ्रष्टाचार के एक केस में बरी कर दिया गया है। आज तक ने द डेली स्टार अखबार ने भ्रष्टाचार एजेंसी के हवाले से दी गई जानकारी के हवाले से लिखा है। ढाका के विशेष न्यायाधीश कोर्ट-4 के जस्टिस मोहम्मद रबीउल आलम ने भ्रष्टाचार निरोधक आयोग के उस आवेदन को स्वीकार कर लिया, जिसमें आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 494 के तहत मामले को वापस लेने की मांग की गई थी।