मंदिर दर्शन: श्रद्धालुओं के लिए एक मार्च से खुलेगा अबू धाबी का पहला हिंदू मंदिर
- 29 फरवरी तक VIP श्रद्धालुओं को दर्शन करने की अनुमति
- प्राचीन निर्माण शैली पर किया है मंदिर का निर्माण
- 14 फरवरी को पीएम मोदी ने किया उद्घाटन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अबू धाबी में बना पहला हिंदू मंदिर एक मार्च से श्रद्धालुओं के लिए खोला जाएगा। मंदिर प्रशासन ने यह जानकारी दी। मंदिर का निर्माण प्राचीन निर्माण शैली पर किया है। मंदिर के निर्माण के लिए यूएई सरकार ने जमीन दान पर दिया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल में इस मंदिर का उद्घाटन किया था।
बोचासनवासी श्री अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) स्वामीनारायण संस्था का निर्माण अबु मुरीखाह, दुबई-अबू धाबी शेख जायद राजमार्ग पर अल रहबा के पास किया गया है। यह मंदिर 27 एकड़ जमीन पर फैला हुआ है।करीबन 18 लाख ईंटों की मदद से बने यूएई के पहले हिंदू मंदिर के लिए भारत से गंगा और यमुना का पवित्र जल, राजस्थान का गुलाबी बलुआ पत्थर और लकड़ी के फर्नीचर का इस्तेमाल किया गया है।
आपको बता दें 14 फरवरी को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अबु धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया था। मंदिर के प्रवक्ता ने बताया कि जनता के लिए एक मार्च से मंदिर खोल दिया जाएगा। पर्यटकों के लिए प्रत्येक सोमवार को मंदिर बंद रहेगा।
बीएपीएस के अंतर्राष्ट्रीय संबंध प्रमुख स्वामी ब्रह्मविहरिदास का कहना है कि मंदिर के सात शिखरों पर देवताओं की मूर्तियां हैं, जिनमें भगवान राम, भगवान शिव, भगवान जगन्नाथ, भगवान कृष्ण, भगवान स्वामीनारायण (भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है), तिरूपति बालाजी और भगवान अयप्पा शामिल हैं।