Health: COVID-19 है या सामान्य फ्लू, दोनों के लक्षण एक जैसे हैं, कैसे करें पहचान?
Health: COVID-19 है या सामान्य फ्लू, दोनों के लक्षण एक जैसे हैं, कैसे करें पहचान?
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। COVID-19 महामारी ने पूरी दुनिया में अनिश्चितता का माहौल पैदा कर दिया है। इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति में बुखार, खांसी जैसे लक्षण दिखाए देते हैं जो सामान्य फ्लू से मिलते-जुलते हैं। ऐसे में ये पता लगाना मुश्किल हो जाता है कि आपको सामन्य फ्लू है या फिर आप कोरोनावायरस से संक्रमित हो गए हैं।
थोड़ी सी खांसी या सर्दी होने पर संदेह होने लगता है कि कहीं हम कोरोनावायरस से तो संक्रमित नहीं हो गए हैं? और अस्पताल में टेस्टिंग के लिए पहुंच जाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि हम कोरोनावायरस और सामान्य फ्लू के लक्षणों के अंतर को समझ सके। आज हम आपको बताने जा रहे हैं सामान्य फ्लू और COVID-19 के लक्षणों में क्या अंतर है।
मैक्स हेल्थकेयर लिमिटेड में ईएनटी फॉर हेड एंड नेक सर्जरी के डायरेक्टर डॉ. संजय सचदेवा ने ऐसे कुछ लक्षण बताए हैं जो मौसमी एलर्जी के लक्षणों को COVID-19 से अलग करते हैं:
1. श्वसन संबंधी एलर्जी में आम तौर पर पुराने लक्षण होते हैं जिनमें छींकने, घरघराहट के लक्षण शामिल होते हैं जो कई हफ्तों तक चलते हैं। जबकि नोवल कोरोनावायरस के मुख्य लक्षण बुखार, थकान, खांसी और सांस की तकलीफ है।
2. एलर्जिक राइनाइटिस एक बड़ी पुरानी सांस की बीमारी है जो नाक को लाइन करने वाले मेंब्रेन में सूजन के कारण होती है। इसके मुख्य लक्षण, लगातार छींकें आना और नाक से पानी जैसा तरल पदार्थ का लगातार बहना।
नाक, आंख, तालू में खुजली होना। नाक बंद होना और सिरदर्द बना रहना है। ये सभी लक्षण कोरोनावायरस से संक्रमित होने पर नजर नहीं आते।
3. खांसी एलर्जी का एक लक्षण है केवल तब जब यह ब्रोन्कियल अस्थमा से जुड़ा हो। जबकि बुखार, सांस की तकलीफ और खांसी COVID-19 के लक्षणों को परिभाषित करता है।
4. एलर्जी महीनों तक रह सकती है जबकि आम सर्दी या फ्लू आमतौर पर 7-14 दिनों तक रहता है। बहती हुई या भरी हुई नाक, हल्की बलगम, थकान, छींक आना, आंखों से पानी आना, गले में खराश, सिरदर्द (बहुत कम) समान्य फ्लू के लक्षण है।
जबकि कोरोनावायस से संक्रमित होने पर आपको बुखार या ठंड लग के बुखार हो सकता है। इसके अलावा ड्राई बलगम, सांस लेने में दिक्कत, थकान, गले में खराश हो सकती है।
5. बुखार, शरीर में दर्द आमतौर पर मौसमी एलर्जी के मामलों में नहीं देखा जाता है।