पीएमडीडी डिसऑर्डर: जानिए क्या है प्रीमेन्स्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर, जिससे जूझ रही हैं सिंगर नेहा भसीन, कहीं आप तो नहीं कर रहीं नजरअंदाज
- जानिए क्या है प्रीमेन्स्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर
- जिससे जूझ रही हैं सिंगर नेहा भसीन
- कहीं आप तो नहीं कर रही नजरअंदाज
डिजिटल डेस्क, मुंबई। बॉलीवुड सिंगर नेहा भसीन ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्ट किया है। जिसमें उन्होंने बताया है कि उन्हें एक गंभीर बीमारी हो गई है जिसका नाम है-प्रीमेन्स्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर (PMDD)। नेहा ने इस पोस्ट में लिखा कि, जब वो टीनऐज में थीं, तो प्रीमेन्स्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर (PMDD) से जूझ रही थीं। फिर साल 2022 भी उनके लिए बुरा रहा. जब उन्हें ये पता चला कि उनके अंदर प्रोजेस्टेरोन की कमी है। ये बहुत बुरी बीमारी है। इसकी वजह से हर 15 दिन में उनका उठना, बैठना और यहां कर की जीना मुश्किल हो जाता है।
पारियड शूरू होने से एक हफ्ते पहले का दर्द नॉर्मल नहीं!
पीरियड्स के दौरान कुछ महिलाओं को पेट और कमर में गंभीर दर्द होता है वहीं कुछ को बिल्कुल दर्द नहीं होता है। कुछ महिलाओं को तो पीरियड्स आने से एक हफ्ते पहले दर्द शुरू हो जाता है। ये स्थिति आम या गंभीर दोनों हो सकती है। कई बार पीरियड्स से पहले होने वाला दर्द प्रीमेन्स्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर (PMDD) का संकेत हो सकता है। और अगर आप भी इसे नजरअंदाज कर रही हैं तो यहां जान ले इसके लक्षण और कारण-
क्या है पीएमडीडी डिसऑर्डर?
पीएमडीडी एक क्रोनिक मेडिकल कंडीशन है जो हार्मोन के लेवल के बिगड़ने से होती है। ये बीमारी पीएमएस (PMS) का गंभीर रूप है। इस बीमारी में महिलाओं को रूटिन काम करने में भी दिक्कत होती है साथ ही महिलाएं मेंटली और फिजिकली भी इफेक्ट होती हैं। पीएमडीडी का मेडिकल ट्रीटमेंट होना बेहद जरूरी है।
पीएमडीडी के लक्षण
- एंग्जाइटी, टेंशन और डिप्रेशन होना
- बात-बात पर गुस्सा आना
- थकान और सुस्ती महसूस होना
- पैनिक अटैक, मूड स्विंग और किसी चीज पर फोकस न कर पाना
- नींद आने में दिक्कत होना
- सिर, पेट, सीने और मांसपेशियों में दर्द होना
पीएमडीडी होने का कारण
- हार्मोनल इंबैलेंस- पीएमडीडी की बीमारी तब होती है जब हार्मोन जैसे प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन का लेवल संतुलित नहीं रहता है।
- स्ट्रेस- ज्यादा टेंशन और स्ट्रेस लेने से भी ये बीमारी हो सकती है।
- खराब लाइफस्टाइल- हमारे खानपान का सीधा असर हमारे शरीर पर होता है। पीएमडीडी होने का एक कारण खराब खानपान भी है।
- धूम्रपान- स्मोकिंग करने से भी पीएमडीडी की बीमारी हो सकती है। ऐसे में धूम्रपान न करें।
- पीएमडीडी का इलाज
- खानपान में बदलाव करने से इस बीमारी से बचा जा सकता है। कोशिश करें कि आप प्रोटीन रिच डाइट लें।
- ज्यादा नमक, कैफीन, और शराब का सेवन न करें।
- बार-बार बर्थ कंट्रोल पिल्स न खाएं।
- ज्यादा स्ट्रेस और टेंशन न लेना।