कृष्ण जन्माष्टमी 2024: जन्माष्टमी पर अपने बच्चे को बाल कृष्ण बनाने की कर रही हैं प्लानिंग तो, इन खास बातों का रखें ध्यान

  • जन्माष्टमी पर अपने बच्चे को बाल कृष्ण बनाने की कर रही हैं प्लानिंग
  • इन खास बातों का रखें ध्यान
  • लाइट मेकअप और मुलायम कपड़ों का करें उपयोग

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-24 11:41 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जन्माष्टमी पर छोटे बच्चों को कृष्ण भगवान के रुप में तैयार करने का चलन इन दिनों काफी बढ़ गया है। माता-पिता अपने नवजात बच्चे को भी कृष्ण रुप में सजाकर फोटो क्लिक करते हैं। अगर आप भी अपने 3 महीने से 2 साल तक के बच्चों को जन्माष्टमी के मौके पर सजाना चाहते हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। इससे बच्चे के सेहत और कम्फर्ट को ध्यान में रखते हुए आप अपने साथ-साथ उसके लिए भी इस अनुभव को खास बना सकते हैं।

मुलायम कपड़ा

छोटे बच्चों की स्किन बहुत कोमल होती है। इसीलिए इस बात का खास ख्याल रखें कि उनको पहनाया जाने वाला कपड़ा मुलायम हो। कपड़ा अगर मुलायम नहीं रहेगा तो बच्चे को इचिंग और रैसेज होने के चांस रहेगें।

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लाइट मेकअप

छोटे बच्चों की स्किन बहुत नाजुक होती है। ऐसे में उन पर ज्यादा मेकअप लगाने से बचें। इसके अलावा उनके फेस पर कुछ भी लगाने से पहले मॉश्च्योराइजर का जरूर उपयोग करें। साथ ही जो क्रीम बच्चों की स्किन के मुताबिक आती है उसी का इस्तेमाल करें।

ध्यान से लगाएं काजल

बच्चों को काजल बहुत ध्यान से लगाएं। ऐसे काजल का इस्तेमाल करें जो कम फैलता हो। अगर हो पाए तो काजल लगाने से बचें क्योंकि एक बार आंखे मलने पर सारा काजल चेहरे पर फैल जाएगा और बेहद खराब लगेगा। इसकी जगह आप चाहें तो स्मज प्रूफ मस्कारा को वाटर लाइन के नीचें काजल की तरह लगा सकती हैं।

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सोते हुए बच्चे को लगाएं मेकअप

जागते हुए बच्चे को अच्छे से मेकअप लगाने या तिलक लगाने में दिक्कत हो सकती है। जागने के दौरान बच्चे स्थिर नहीं रह पाते जिस वजह से तिलक, लिप्सटिक या काजल लगाते वक्त उनके चेहरे पर फैल जाता है। वहीं सोते वक्त आप बच्चे को बहुत आसानी से तैयार कर सकते हैं।

आलता ध्यान से लगाएं

आलता लगाते वक्त भी आपको सावधानी रखनी चाहिए। अच्छी क्वालिटी की केमिकल फ्री आलता का ही इस्तेमाल करें क्योंकि बहुत बार बच्चे उंगलियों को मुंह में डाल लेते हैं। इसके अलावा कपड़ों पर भी रंग फैलने का डर रहता है, इसीलिए कम फैलने वाले और अच्छी क्वालिटी की आलता को ही इस्तेमाल में लाएं।

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