देश में एमपॉक्स की एंट्री!: भारत में मिला मंकीपॉक्स का संदिग्ध मामला, मरीज को अस्पताल में किया गया आईसोलेट

भारत में मिला मंकीपॉक्स का संदिग्ध मामला, मरीज को अस्पताल में किया गया आईसोलेट
  • देश में मंकीपॉक्स का संदिग्ध मामला आया सामने
  • संदिग्ध मरीज को अस्पताल में किया आईसोलेट
  • हाल ही में की थी विदेश यात्रा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में मंकीपॉक्स का संदिग्ध मामला सामने आने से लोगों की चिंताएं बढ़ने लगी हैं। दरअसल, एक शख्स की पहचान की गई है जोकि संदिग्ध रूप से मंकीपॉक्स के संक्रमण से जूझ रहा है। हाल ही में युवक ने एक देश की यात्रा की है जहां एमपॉक्स काफी फैली हुई है। पहचान होते ही मरीज को अस्पताल के आईसोलेशन वॉर्ड में भर्ती करवाया गया है। फिलहाल रोगी की हालत स्थिर बताई जा रही है।

आपको बता दें, मंकीपॉक्स कोई बीमारी नहीं है, लेकिन विश्व के 116 देशों में इसकी मामले सामने आने की वजह से डब्ल्यूएचओ ने इसे ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है। भारत में संदिग्ध रूप से मिले मरीज को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि युवक को एमपॉक्स है या नहीं इसकी जांच की जा रही है। लोगों के बीच इसे लेकर बढ़ रही चिंता को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश इस तरह के मामलों से निपटने के लिए पूरी तरह से सक्षम है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मामले की गंभीरता को मद्देनजर रखते हुए सारे जरूरी कदम उठाने में लगी हुई है। बताते चलें, देश इसकी पहचान के लिए टेस्टिंग किट तैयार करने में जुटा है। सीडीएससीओ ने इसका पता लगाने के लिए तीन टेस्टिंग किट पर मुहर लगा दी है। यह किट पॉक्स के चकत्ते से निकले तरल पदार्थ के जरिए मंकीपॉक्स का पता लगाएगी। आईसीएमआर ने भी इन किट्स को मंजूरी दे दी है।

कुछ दिन पहले स्वास्थ्य मंत्रालय की हुई बैठक में बताया गया कि इस संक्रमण का असर 2 से 4 हफ्तों तक रहता है। आगे बताया गया कि यह संक्रमण कोरोना की तरह संक्रमित लोगों के संपर्क में आने, यौन संपर्क, घाव के तरल पदार्थ के साथ संपर्क या रोगी के इस्तेमाल किए गए कपड़े सा फैलता है।

Created On :   8 Sept 2024 1:01 PM GMT

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