क्या मुस्लिम शरणार्थी एक एजेंडे के तहत मुस्लिम देशों के बजाए गैर मुस्लिम देशों में शरण लेते हैं? जाने सच
फैक्ट चैक क्या मुस्लिम शरणार्थी एक एजेंडे के तहत मुस्लिम देशों के बजाए गैर मुस्लिम देशों में शरण लेते हैं? जाने सच
डिजिटल डेस्क, भोपाल। सीरिया में जारी गृह युद्ध के बीच वहां के नागरिक जान बचाने के लिए दूसरे देशों में पनाह ले रहे हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर की जा रही है जिसे सांप्रदायिक एंगल देकर दावा किया जा रहा है। पोस्ट में सुरक्षाकर्मियों के साथ जाते हुए कई लोगों की तस्वीर को शेयर कई लोग कह रहे हैं कि ये मुस्लिम शरणार्थी हैं जो अपने अपने पड़ोसी मुस्लिम देशों में शरण लेने के बजाए न्यूजीलैंड जैसे देशों की ओर जा रहे हैं जो कि काफी दूरी पर हैं। इनका इन देशों में पनाह लेने का मकसद उन्हें बर्बाद करना है।
इसे तस्वीर को शेयर करते हुए एक फेसबुक यूजर ने लिखा,“सीरिया से न्यूजीलैंड की दूरी 16,115 किलोमीटर है! फिर भी, ये सारे मुस्लिम जो स्वयं को युद्ध पीड़ित, लाचार, बेबस, पूरी तरह निर्धन शरणार्थी कहते हैं, UAE ना जाकर उससे सवा छ: गुना ज्यादा दूर न्यूजीलैंड जाते हैं. जब दुनिया में 57 इस्लामिक देश हैं जिनमें से करीब 7 बेहद अमीर (खाड़ी देश) हैं, तो कोई भी मुस्लिम शरणार्थी ऐसे किसी इस्लामिक देश की बजाय गैर इस्लामिक देश में ही क्यों जाते हैं?”
पड़ताल - इस दावे की सच्चाई पता करने के लिए हमने वायरल पोस्ट में दिख रही तस्वीर को रिवर्स सर्च की सहायता से सर्च किया। जिसमें यह तस्वीर हमें ब्रिटेन के अखबार डेली मेल की वेबसाइट पर मिली। 23 अक्टूबर 2015 की इस खबर के मुताबिक ये तस्वीर स्लोवानिया के शरणार्थी कैंप की तरफ जाते शरणार्थियों की है।
इसके अलावा हमने इस पोस्ट के बारे में और जानकारी एकत्रित की तो हमें आजतक की वेबसाइट पर इस पोस्ट की फैक्ट चैक वाली खबर मिली। इस खबर के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र की रिफ्यूजी एजेंसी के यूएनएचसीआर की वेबसाइट पर विजिट करने पर पता चला कि दुनियाभरमें सबसे ज्यादा शरणार्थी सीरिया, वेनेजुएला, अफगानिस्तान, दक्षिण सूडान और मयांमार जैसे देशों से आते हैं। इन देशों में अफगानिस्तान और सीरिया मुस्लिम देश हैं।
वेबसाइट के मुताबिक शरणार्थियों की सबसे बड़ी शरणस्थली मुस्लिम तर्की है। इसेक अलावा पाकिस्तान, युगांडा, जर्मनी और कोलंबिया शरणार्थियों के शरण देने वाले शीर्ष देशों में शामिल हैं।
दुनियाभर में मानवाधिकार के लिए काम करने वाली मशहूर संस्था एमनेस्टी की एक रिपोर्ट के अनुसार तुर्की और पाकिस्तान के अलावा बांग्लादेश, ईरान, लेबनान और जॉर्डन जैसे मुस्लिम देश हैं जो शरणार्थियों को आसरा देने के मामले में दुनिया के शीर्ष 10 देशों में शामिल हैं।