SawanSomwar Vrat 2023: सावन का आखिरी सोमवार आज, जानें पूजा की विधि और व्रत नियम
31 अगस्त को सावन माह समाप्त हो जाएगा
डिजिटल डेस्क, भोपाल। भगवान शिव के सबसे प्रिय माह सावन का आज यानि कि 28 अगस्त 2023 को आखिरी सोमवार है। माना जाता है कि, सावन माह में देवों के देव महादेव की अराधना मात्र से ही व्यक्ति की हर मुराद पूरी हो जाती है। इस महीने में भगवान और माता को समर्पित व्रत रखकर उनका आशीर्वाद लेने के लिए बहुत पवित्र माना जाता है। बता दें कि, अधिक मास के चलते इस बार सावन दो माह का था, इसलिए इस माह में 8 सोमवार का संयोग भी बना था। 31 अगस्त को सावन माह समाप्त हो जाएगा।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन महीना भगवान शिव के ध्यान और पूजा पाठ के लिए सबसे उपयुक्त माना गया है। शिव पुराण के अनुसार सावन माह में आने वाले सोमवार को जो भक्त उपवास रखता है, शंकर भगवान उसकी मनोकामनाएं जरूर पूरी करते हैं। इस माह में कई त्यौहार और व्रत आते हैं। आइए जानते हें इस माह से जुड़ी कुछ खास बातें...
व्रत पूजा और नियम
- सोमवार के दिन सूर्योदय से पहले उठें। स्नान करके स्वच्छ कपड़े पहनें।
- इसके बाद सोमवार व्रत का संकल्प लें और घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
- फिर सभी देवी- देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करें। और शंकर भगवान और मां पार्वती की पूजा करें।
- इस दिन शिवलिंग पर शहद, दूध, दही, कोई भी वस्तु चढ़ाने के बाद जल जरूर चढ़ाएं।
- सोमवार के दिन भगवान शंकर को चमेली के फूल अर्पित करें। ऐसा करने से आप के जीवन में सुख बढ़ता है।
- सोमवार का व्रत रखने वालो को तीन पहर में से एक पहर में ही भोजन करना चाहिए। व्रत के दौरान फलाहार करें।
- शिवलिंग पर कभी भी सिंदूर और रोली का तिलक नहीं करना चाहिए। शिवलिंग पर हमेशा चंदन का ही तिलक करें।
- भगवान शिव के मंदिर में परिक्रमा करते वक्त ध्यान रखें कि कभी भी पूरी परिक्रमा न लगाएं। जहां से दूध बहता है वहां रूक जाएं और वापस घूम जाएं।
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग- अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।