Pitru Paksha 2024: पितृपक्ष में करें अपने पूर्वजों को प्रसन्न, जानिए कौन कर सकता है तर्पण और क्या हैं श्राद्ध की तिथियां?
- पितृपक्ष की शुरुआत भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा से होती है
- इसका समापन आश्विन कृष्ण अमावस्या पर होता है
- पितृपक्ष में पूर्वजों का श्राद्ध और तर्पण किया जाता है
डिजिटल डेस्क, भोपाल। हिन्दू धर्म में पितृपक्ष का बड़ा ही महत्व है, जिसमें पूर्वजों का श्राद्ध किया जाता है। इसकी शुरुआत भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा से होती है और समापन आश्विन कृष्ण अमावस्या पर। इन 16 दिनों की अवधि में तिथि के अनुसार, लोग अपने पितरों को तर्पण या पिंडदान करते हैं। धार्मिक मान्यता है कि इन दिनों में पितर धरती पर आते हैं और तर्पण करने से उन्हें भोजन व जल मिलता है जिससे वे आपको आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि, इन दिनों में बताए गए नियमों का ध्यान रखना चाहिए और कोई कार्य ऐसा नहीं करना चाहिए जिससे आपके पितर आपसे नाराज हों। क्योंकि, यदि पितर नाराज होते हैं तो आपको पितृदोष का सामना करना पड़ सकता है। जिससे आपकी तरक्की में बाधा उत्पन्न होती है। पितृपक्ष में कैसे कौन कर सकता है तर्पण? और क्या हैं श्राद्ध की तिथियां? आइए जानते हैं...
कौन कर सकता है तर्पण?
पितृपक्ष के दौरान पूर्वजों को तर्पण घर के सबसे वरिष्ठ पुरुष सदस्य द्वारा करने की परंपरा रही है। लेकिन, किसी कारण से बड़ा सदस्य घर में नहीं है तो फिर यह कार्य कोई भी पुरुष सदस्य कर सकता है। पौत्र या नाती भी इस परंपरा का निर्वाहन कर सकता है। वहीं कई परिस्थितियों में स्त्रियां भी श्राद्ध कर सकती हैं हालांकि, आपको तपण करते समय कुछ नियमों का पालन करना होगा।
पितृपक्ष में श्राद्ध की सभी तिथियां:-
तिथि | दिन | श्राद्ध |
17 सितंबर 2024 | मंगलवार | पूर्णिमा का श्राद्ध |
18 सितंबर 2024 | बुधवार | प्रतिपदा का श्राद्ध |
19 सितंबर 2024 | गुरुवार | द्वितीया का श्राद्ध |
20 सितंबर 2024 | शुक्रवार | तृतीया का श्राद्ध |
21 सितंबर 2024 | शनिवार | चतुर्थी का श्राद्ध |
22 सितंबर 2024 | रविवार | पंचमी का श्राद्ध |
23 सितंबर 2024 | सोमवार | षष्ठी का श्राद्ध और सप्तमी का श्राद्ध |
24 सितंबर 2024 | मंगलवार | अष्टमी का श्राद्ध |
25 सितंबर 2024 | बुधवार | नवमी का श्राद्ध |
26 सितंबर 2024 | गुरुवार | दशमी का श्राद्ध |
27 सितंबर 2024 | शुक्रवार | एकादशी का श्राद्ध |
29 सितंबर 2024 | रविवार | द्वादशी का श्राद्ध, मघा श्राद्ध |
30 सितंबर 2024 | सोमवार | त्रयोदशी का श्राद्ध |
01 अक्टूबर 2024 | मंगलवार | चतुर्दशी का श्राद्ध |
02 अक्टूबर 2024 | बुधवार | सर्वपित अमावस्या |
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