पितृ पक्ष के दौरान भूल कर भी न करें ये काम, आप के पूर्वज हो जाएंगे नाराज
धर्म पितृ पक्ष के दौरान भूल कर भी न करें ये काम, आप के पूर्वज हो जाएंगे नाराज
डिजिटल डेस्क, भोपाल। पितृ पक्ष 10 सितंबर से शुरू होने जा रहा है। पितृ पक्ष पूरे 15 दिन तक चलते हैं। इस 15 दिन की अवधि में पूर्वजों के निमित्त पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध कर्म किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। जिसे वह खुश हो कर आशीर्वाद देते हैं। पितृ पक्ष को लेकर लोगों का कहना है, कि पितृ पक्ष के 15 दिन पितृ कौवे के रूप में धरती पर आते हैं। इसलिए इस दौरान कुछ काम को करने की मनाही होती है। तो चलिए आज हम आप को बताते हैं, की पितृ पक्ष में किन कामो को नहीं करना चाहिए।
पितृ पक्ष के पूरे 15 दिनों को बहुत खास माना जाता है। इसलिए इस 15 दिनों तक घर में सात्विक माहौल बनाकर रखना अच्छा होता है। पितृ पक्ष की अवधि में घर में मांसाहारी भोजन नहीं पकाना चाहिए। इस बात का ध्यान उन लोगों को तो खासतौर पर रखना चाहिए जो लोग पितृ पक्ष के दौरान पिंडदान, तर्पण या श्राद्ध कर्म करते हैं।
पितृपक्ष के दौरान भी व्यक्ति श्राद्धकर्म कर रहा हो, उसे पूरे 15 दिनों तक अपने बाल और नाखून कटवाने से बचना चाहिए। हालांकि इस दौरान अगर पूर्वजों की श्राद्ध की तिथि पड़ती है तो पिंडदान करने वाला बाल और नाखून कटवा सकता है।
पितृ पक्ष के दौरान पूर्वज पक्षी के रूप में धरती पर आते हैं। ऐसे में अगर आप के घर को पक्षी आ जाएतो उसे सताना नहीं चाहिए, क्योंकि मान्यता है कि ऐसा करने से पूर्वज नाराज हो जाते हैं। ऐसे में पितृ पक्ष के समय पशु-पक्षियों की सेवा करनी चाहिए।
पितृपक्ष के दौरान लौकी, खीरा, चना, जीरा और सरसों का साग खाने से बचना चाहिए।
पितृपक्ष के दौरान किसी भी तरह का मांगलिक कार्य नहीं करनी चाहिए। शादी, मुंडन, सगाई और गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य पितृ पक्ष के समय करने की मनाई होती है।
डिसक्लेमरः ये जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर बताई गई है। भास्कर हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है।