Mangala Gauri Vrat: सावन में छठवें मंगला गौरी व्रत पर ऐसे करें पूजा, जानें मुहूर्त
मां पार्वती का मंगल स्वरूप है मंगलागौरी
डिजिटल डेस्क, भोपाल। सावन के महीने में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा का अत्यधिक महत्व है। इसलिए इस माह के हर सोमवार को शिवालयों में बम बम की गूंज रहती है। वहीं हर मंगलवार को माता पार्वती की पूजा विधि विधान से की जाती है। इसे मंगला गौरी व्रत के नाम से जाना जाता है, जो कि मां पार्वती का मंगल स्वरूप है। आज 8 अगस्त के लिए सावन का छठा मंगला गौरी व्रत है। आइए जानते हैं आज पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजा की विधि...
पूजा विधि
- इस दिन सुबह सूर्योदय से पहले उठें और नित्यक्रमादि से निवृत होकर स्नान करें।
- साफ वस्त्र धारण करें और भगवान सूर्य को जल चढ़ाने के बाद व्रत का संकल्प लें।
- घर में पूजा के स्थान को साफ करें और मंदिर में दीपक जलाएं।
- एक चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर इस पर मां की प्रतिमा स्थापित करें।
- मां का गंगाजल से अभिषेक करें, और मां का ध्यान करते हुए पूजा प्रारंभ करें।
- मां को फूल, चंदन, कुमकुम, फल, भांग, अक्षत, दही और दूध को अर्पित करें।
- साथ ही मां को सोलह श्रृंगार अर्पित करें, पूजा के समय व्रत कथा पढ़ना बिल्कुल भी न भूलें।
- अब मां की आरती करें और पश्चात् भोग सामग्री अर्पित करें।
इन मंत्रों का करें जाप
- सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सवार्थ साधिके। शरण्येत्र्यंबके गौरी नारायणी नमोस्तुते।।
- कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्। सदा बसन्तं हृदयारविन्दे भवं भवानीसहितं नमामि।।
- ह्रीं मंगले गौरि विवाहबाधां नाशय स्वाहा।
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