दहशरा 2024: देशभर में आज धूम धाम के साथ मनाई जाएगी विजयदश्मी , इस दिन विधि-विधान के साथ करें पूजा, जानें पूजन सामग्री की पूरी लिस्ट
- देश में आज मनाया जाएगा दशहरा
- इस दिन विधि विधान के साथ करें पूजा
- जानें पूजा में लगनी वाली सामग्री
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में दहशरा को पावन त्यौहार माना गया है। देशभर में दहशरा को धूम धाम के साथ मनाया जाता है। इस साल यह दशहरा 12 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन लोग रावण के पुत्ले का दहन करके बुराई पर अच्छी की जीत का प्रतिक मानते हैं। दहशरा को विजयदशमी भी कहा जाता है। हिंदू धर्म ग्रंथों के मुताबिक, इस दिन भगवान श्री राम ने रावण का वध किया था। इसके अलावा मां दुर्गा ने भी महिषासुर का वध किया था। यह पर्व हर साल आश्विनी मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर पड़ता है। दहशरा पर भगवान श्री राम की विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की जाती है। आज के दिन हवन करन काफी उत्तम माना जाता है। हवन के साथ-साथ दुख-दर्द दूर होते हैं और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं दहशरा के अवसर पर आप अपने घरो में विधि विधान के साथ पूजा कर सकते हैं। साथ ही आपको किन सामग्री के जरूरत पड़ सकती है।
हवन करने की विधि
1. सबसे पहले सुबह के समय स्नान आदि करके साफ सुथरे कपड़े पहने लें
2. हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक, इस दिन पति-पत्निी को एक साथ बैठक पूजा करनी चाहिए
3. इसके बाद किसी साफ जगह पर हवन कुंड को बन लें।
4. हवन कुंड में आम की लड़की और कपूर से अग्नि को प्रज्जवलित करें।
5. सभी देवी-देवताओं का नाम लेते हुए हवन कुंड में आहुति दें।
6. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, हवन कुंड में कम से कम 108 बार आहुति देनी चाहिए। यदि आप चाहें तो इससे ज्यादा भी आहुति दे सकते हैं।
हवन के बाद भगवान की आरती करें और उन्हें भोग अर्पित करें। दहशरा के दिन कन्य पूजा कराना उत्तम माना गया है। अगर आप चाहें तो इस दिन अपने घर में कन्या पूजन भी करवा सकते हैं।
हवन में लगने वाली आवश्यक सामग्री
आम की लकड़ियां, बेल, नीम, पलाश का पौधा, कलीगंज, देवदार की जड़, गूलर की छाल और पत्ती, पापल की छाल, और तना, बेर, आम की पत्ती और तना, चंदन की लकड़ी, तिल, कपूर, लौंग, चावल, ब्राह्मी, मुलैठी, अश्वगंधा की जड़, बहेड़ा का फल, हर्रे, घी, शक्कर, जौ, गुगल, लोभान, इलायची, गाय के गोबर से बने उपले, नारियल, लाल कपड़ा, कलावा, सुपारी, पान, बताशा, पूरी और खीर।