मथुरा जेल को अपने थीम रेस्तरां के लिए मंजूरी का कर रहा इंतजार
प्रस्ताव पर विचार मथुरा जेल को अपने थीम रेस्तरां के लिए मंजूरी का कर रहा इंतजार
डिजिटल डेस्क, मथुरा। मथुरा जेल दिल्ली की तिहाड़ जेल की तर्ज पर अपने परिसर के बाहर एक जेल-थीम वाले रेस्तरां के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। यह विचार उत्तर प्रदेश अप्रध निरोध समिति, एक अर्ध-सरकारी संगठन द्वारा प्रस्तावित किया गया था, जिसका उद्देश्य कैदियों को उनकी अवधि समाप्त होने के बाद पुनर्वास के लिए रोजगार प्रदान करना और लोगों को अंदर के जीवन की एक झलक देना था।
प्रस्ताव को महानिदेशक, कारागार और अपर मुख्य सचिव, गृह को अनुमोदन के लिए भेजा गया है। अगर मंजूरी मिलती है तो रेस्टोरेंट राज्य में इस तरह की पहली सुविधा होगी।
समिति के अध्यक्ष उमेश शर्मा ने कहा, लोग जेल के अंदर जीवन के बारे में उत्सुक हैं और कई ज्योतिषीय मान्यताओं के कारण जेल के भोजन का स्वाद लेना चाहते हैं। रेस्टोरेंट में कैदियों द्वारा तैयार खाना परोसा जाएगा।शर्मा ने कहा, एक बार रेस्तरां चालू हो जाने के बाद, उन दोषियों को काम पर रखने को प्राथमिकता दी जाएगी जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा कर लिया है।
इस फायदें का उपयोग कैदियों के पुनर्वास के लिए किया जाएगा और उन्हें रेस्तरां के लिए काम करते समय वेतन भी मिलेगा। रेस्टोरेंट का माहौल जेल की थीम के मुताबिक होगा। प्रवेश द्वार को जेल के गेट की तरह डिजाइन किया जाएगा और अंदरूनी हिस्से में डाइनिंग टेबल और कुर्सियों के साथ जेल की कोठरी होगी।
शर्मा ने कहा, जेल का असली रूप देने के लिए हथकड़ी, कैदियों की वर्दी में वेटर, लाल बत्ती और अन्य चीजे जोड़ी जाएंगी। 25 लाख रुपये की अनुमानित लागत वाली इस परियोजना में होम डिलीवरी सिस्टम भी होगा। शर्मा ने कहा कि इस तरह की परियोजना शुरू करने के लिए मथुरा सबसे अच्छा जिला है क्योंकि यह भगवान कृष्ण के साथ जुड़े होने के कारण दुनिया भर से लोगों को आकर्षित करता है, जो जेल में पैदा हुए थे।
जेल अधीक्षक बृजेश कुमार ने कहा कि वे प्रस्ताव के लिए मंजूरी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि एक बार इस परियोजना को मंजूरी मिलने के बाद इसे अन्य जेलों में भी पेश किया जा सकता है। देश की जेलों में भी इसी तरह की पहल की गई है। दिल्ली का तिहाड़ 2014 से ऐसा रेस्टोरेंट चला रहा है।
केरल की एक जेल में सस्ते भोजन और बेकरी के सामान कैफेटेरिया के माध्यम से बेचे जाते हैं या मोबाइल वैन के माध्यम से वितरित किए जाते हैं। चंडीगढ़ की बुरैल जेल में कई तरह के खाद्य पदार्थ उपलब्ध हैं जिन्हें ऑनलाइन भी मंगवाया जा सकता है।
आईएएनएस