Panna News: सड़क पर दिन दहाडे कुल्हाडी से हमला कर निर्मम हत्या, पिता की हत्या के बदले हत्या की आशंका, जांच में जुटी पुलिस
- सड़क पर दिन दहाडे कुल्हाडी से हमला कर निर्मम हत्या
- पिता की हत्या के बदले हत्या की आशंका, जांच में जुटी पुलिस
- पुलिस अधीक्षक ने स्वयं मौके पर पहुंचकर किया घटना स्थल का निरीक्षण
Panna News: पन्ना-पहाडीखेरा मार्ग पर खून से लथपथ शव देकर हर कोई थर्रा गया। घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। बताया जाता है कि एक वर्ष पूर्व हरदुआ गांव में पूरन यादव की निर्मम हत्या की गई थी। इस हत्या में मुख्य आरोपी रानू वाजपेयी को बताया गया जो फिलहाल जेल में है। हत्याकांड को लेकर जमकर राजनीति और हंगामा भी हुआ। बताया जाता है कि इसी घटना में मृत पूरन यादव के बेटे ने आज बदला लेते हुए आरोपी के भाई को मौत के घाट उतार दिया। हालाकि पुलिस ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है। फिलहाल पुलिस मामले की विवेचना मेंजुटी है और पूरे घटनाक्रम की हर बारीकी के साथ पडताल की जा रही है। मौके पर कोतवाली थाना प्रभारी रोहित मिश्रा ने जांच शुरू की। इसके एसडीओपी पन्ना एस.पी.एस. बघेल भी पहुंचे पर पहुंच गए। इस सनसनीखेज वारदात की जानकारी मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक सांई कृष्ण थोटा भी मौके पर पहुंचे।
बताया जाता है कि पन्ना-पहाडीखेरा मार्ग पर ग्राम लक्ष्मीपुर के समीप तिलगवां मोड के पास सडक पर रक्तरंजित सोनू वाजपेयी उम्र ३८ वर्ष का शव मिला। वहीं पास के खेत में एक ट्रेक्टर भी मिला जिसमें खून लगा हुआ था। बताया जाता है कि आरोपी को देखकर जब युवक ने ट्रेक्टर से भागने का प्रयास किया तभी उसने उस पर वार कर दिया। कुल्हाडी के कई वार मृतक के शरीर मेंं थे जिसके बाद वह चलते ट्रेक्टर से सडक पर गिर गया और ट्रेक्टर पास के खेत में जा घुसा। पूरे घटना की विवेचना की जा रही है। थाना प्रभारी कोतवाली ने बताया कि घटना पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। जल्द ही हत्याकांड का खुलासा किया जायेगा। इस घटना से पूरे क्षेत्र में हडकम्प मचा हुआ है। गौरतलब है कि मृतक के भाई पर पूरन यादव की हत्या का आरोप है और यह घटना पूरन यादव के हत्या का बदला है। फिलहाल पुलिस हर एंगल पर पडताल कर रही है।
खेत में भैंस घुसने से शुरू हुआ विवाद
बताया जाता है कि ३१ मार्च २०२३ को खेत में भैंस घुसने को लेकर रानू वाजपेयी ने यादव परिवार पर फायरिंग कर दी थी। इस गोलीवारी में पटी निवासी पूरन यादव की मौत हो गई थी। जबकि रंजीत यादव उम्र 36 वर्ष, जितेंद्र यादव उम्र 23 वर्ष, प्रताप यादव उम्र 45 वर्ष, राघवेंद्र यादव उम्र 11 वर्ष, आनंद सिंह यादव उम्र 32 वर्ष, भरत सिंह यादव उम्र 21 वर्ष निवासी पटी, जितेंद्र यादव उम्र 14 वर्ष निवासी पटी सहित 8 लोग घायल हो गए जिनमें 2 बच्चे भी शामिल थे। इस घटनाक्रम के बाद काफी हंगामा हुआ। कई महीनों तक गांव में नेताओं की चहल-कदमी ने मामले को राजनैतिक बना दिया था। इस घटना पर शोक व्यक्त करने भोपाल से कांग्रेस नेता अरूण यादव भी पहुंचे थे। तत्कालीन कलेक्टर एवं एसपी ने गांव में शांति बनाए रखने के लिए व्यापक उपाय किए तब जाकर मामला शांत हुआ।
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