कापसी-कान्होली: दिखे बाघ के पगमार्क, दहशत में किसान
- बाघ ने किया गाय के बछड़े का शिकार
- बाघ के पगमार्क दिखे
- दहशत में हैं किसान
डिजिटल डेस्क, अल्लीपुर. समीपस्थ कापसी-कान्होली परिसर के वर्धा नदी समीप के क्षेत्र में बाघ के पगमार्क दिखाई देने से परिसर के नागरिकों और किसानों में दहशत है। इस संदर्भ में पुलिस प्रशासन की ओर से नागरिकों को सावधानी बरतने की सूचना दी गई है। कापसी-कान्होली खेत परिसर में बड़े प्रमाण में महिला व पुरुष मजदूर दैनंदिन कामकाज के लिए खेतों में जाते हंै। दौरान बीती शाम कुछ मजदूरों को किसान ठाकरे के खेत में बाघ के पैरों के निशान दिखाई दिए। नागरिकों व मजदूरों ने इस घटना की जानकारी कापसी के पुलिस पटेल सूरज कांबले को दी। उन्होंने तत्काल पुलिस प्रशासन व वन विभाग को सूचित किया। वन विभाग के कर्मचारियों ने घटनास्थल पर दाखिल होकर बाघ के पैरों के निशान की जांच की। यह पैरों के निशान मादा बाघ के होने का बताया। साथ ही परिसर के किसानों सहित मजदूरों को सतर्क रहने को बताया। इस के बाद अल्लीपुर पुलिस ने घटनास्थल को भेंट दी। परिसर का निरीक्षण करने के बाद नागरिकों को सावधान रहने की सूचना दिए। परिसर के किसानों को रात के समय जंगली जानवरों से फसल बचाने रखवाली करनी पड़ती है। फिलहाल रबी मौसम शुरू रहने से अनेक किसानों ने चना, गेहू आदि की बुआई की तैयारी शुरू की है। दिन के समय बिजली आपूर्ति बंद रहने के कारण किसानों को सिंचाई के लिए रात में जाना पड़ता है। खेत परिसर में सर्वत्र कृषि कार्यों की भागदौड़ शुरू रहते दौरान बाघ की दहशत के कारण सभी काम प्रभावित होने की आशंका है।
बाघ ने किया गाय के बछड़े का शिकार
उधर समुद्रपुर तहसील के मोहगांव ग्रामपंचायत अंतर्गत मंगरूल वनपरिक्षेत्र के केसलापर में खेत में बांधकर रखे गाय के बछड़े पर बाघ ने हमला कर उस का शिकार करने की घटना घटी। प्राप्त जानकारी के अनुसार केसलापार निवासी किसान संजय बांगरे ने हमेशा की तरह अपने जानवरों को खेत के तबेले में बांधकर घर चला गया। दौरान रात के समय बाघ ने खेत में घुसकर तबेले में बांधकर रखे 3 वर्ष आयु के गाय के बछड़े पर हमला कर उस का शिकार किया। सुबह जब किसान संजय बांगरे अपने खेत पहुंचा तब उसे गाय का बछड़ा मृतावस्था में दिखाई दिया। बाघ ने गाय के बछडे़ का शिकार करने की बात ध्यान में आने पर किसान ने इस घटना की जानकारी वनरक्षक प्रशांत हिवरकर को दी। जानकारी मिलने पर वनपरिक्षेत्र अधिकारी नीलेश गावंडे के मार्गदर्शन में वनरक्षक प्रशांत हिवरकर व कोरा के प्रभारी क्षेत्र सहायक विलास मडवे ने मौका पंचनामा किया। उन्होंने परिसर की जांच करने पर वहां बाघ के पैरों के निशान दिखाई दिए। इस घटना की जानकारी मिलते ही उपसरपंच सपता बाभले, पुलिस पटेल रोशन बाभले, गोविंदा बाभले ने घटनास्थल पर जाकर निरीक्षण किया। इस हुए नुकसान की भरपाई दे ने की मांग किसान संजय बांगरे ने वन विभाग से की है।