दिव्यांगों के लिए बनाई सौर ऊर्जा से चलनेवाली ट्राइसिकल

  • ऊर्जा से चलनेवाली ट्राइसिकल
  • दिव्यांगों के लिए बनाई
  • अग्निहोत्री इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने किया निर्माण

Bhaskar Hindi
Update: 2023-06-29 14:53 GMT

डिजिटल डेस्क, वर्धा. दिव्यांगों को तीन पहिया साइकिल हाथ की सहायता से चलाते हुए तो सभी ने देखा होगा लेकिन कहा जाए कि यही व्हील चेयर सौर ऊर्जा से चार्ज होकर चल सकती है तो शायद यकीन न हो। लेकिन इसी आइडिया पर काम करते हुए वर्धा के जय महाकाली शिक्षा संस्था के अग्निहोत्री कॉलेज आंफ इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों ने इसे सच कर दिखाया है। पांच विद्यार्थियों ने मिलकर सोलर पर चलनेवाली तीन पहियों की पांच साइकिल तैयार की है। अब इस सोलर साइकिल की चारो ओर प्रशंसा हो रही है।

अग्निहोत्री कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों को अंतिम वर्ष के लिए एक प्रोजेक्ट दिया गया था। यह प्रोजेक्ट दिव्यांगों के लिए था। मॉडेल जो भी हो लेकिन उसे पर्यावरणपूरक होने के निर्देश शिक्षकों ने दिए थे। इसके तहत इजीनियरिंग के अंतिम वर्ष के छात्र गौरव वानखेड़े, समीर मेश्राम, रजनीश केदार, मजहर सैयद, अदिती कुमार ने सौर ऊर्जा पर चलनेवाले तीन पहिया साइकिल तैयार की है। इस प्रोजेक्ट कानाम डिजाइन एंड फेब्रिकेशन ऑफ सोलर हायब्रिड ट्राइसिकल है। अग्निहोत्री इंजिनियरिंग कॉलेज के 2019 से 2023 की इलेक्ट्राॅनिक्स इंजीनियरिंग की बैच है। विभाग प्रमुख शैलेश वाटेकर के साथ हर्षद मुमूड़वार, शिरीष सोनटक्के, प्रतीक हिसासरे इन प्राध्यापकों के मार्गदर्शन में यह साइकिल बनाई गई। एक ओर जहां पेट्रोल की कीमत बढ़ गई है वहीं बैटरी पर सौर ऊर्जा से चलनेवाली इस साइकिल से पेट्रोल के खर्च के साथ प्रदूषण भी नहीं होगा। रेलवे स्टेशन जैसी जगह पर सामान लाने के लिए ट्रान्स्पोर्टिंग के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है। यह साइकिल 180 किलो तक वजन सहन कर सकती है।

इस सोलर साइकिल का वजन करीब 40 से 50 किलो है। इस साइकिल का मेटेनेंस काॅस्ट भी कम है। यह साइकिल दिव्यांगों के लिए उपयुक्त है।

20 हजार की आयी लागत : प्रोजेक्ट के दौरान सोलर साइकिल तैयार करने के लिए करीब 20 हजार रुपए का खर्च आया। इन साइकिल को दो बैटरी है। अधिक से अधिक सात घंटे तक यह बैटरी चल सकती है। 12 वोल्ट 24 वॉट की बैटरी है। मोटर, बैटरी, सोलर पैनल, मोटर कंट्रोलर, डायनैमो, लाइट, एक्सीलेटर, सेफ्टी स्विच, ट्राइसिकल, केबल, नट्स, सोलर, चार्ज कंट्रोलर, बॉडी फ्रेम, सीट, ब्रेक, हैंडल, की-प्वाइंट आदि सामग्री इसके लिए इस्तेमाल हुई है।

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