प्राकृतिक आपदा: अतिवृष्टि के कारण फंगस की चपेट में आए मोसंबी-संतरा झड़कर गिर रहे

अतिवृष्टि के कारण फंगस की चपेट में आए मोसंबी-संतरा झड़कर गिर रहे
  • मुआवजे की मांग को लेकर किसानों ने दी तहसील पर दस्तक
  • फसल बीमा की जटिल शर्ते रद्द करने की मांग
  • नुकसान हुए क्षेत्र का सर्वेक्षण करने की मांग

डिजिटल डेस्क, कांरजा (घाडगे)। लगातार हो रही बारिश व बदरीले मौसम के कारण किसानों की चिंता बढ़ा दी है। अतिवृष्टि के कारण संतरा मोसंबी की फसल पर फंगस की बीमारी का प्रकोप आया है। जिससे संतरे झड़ रहे हैं। संतरा व मोसंबी के पेड़ भी सूख रहे हैं। इसके कारण किसान संकट में आ गए हैं। मुआवजा देने की मांग को लेकर किसानों ने तहसील कार्यालय पर दस्तक दी।

अतिवृष्टि के कारण संतरा व मोसंबी उत्पादक किसानों का प्रति हेक्टर 10 से 20 लाख रुपए का नुकसान हो रहा है। इसके कारण सरकार की ओर से नुकसान भरपाई मिलने क मांग को लेकर किसानों ने तहसील कार्यालय पर दस्तक देकर ज्ञापन सौंपा। बारिश के कारण कपास व सोयाबीन का नुकसान हुआ है। अब संतरा व मोसंबी की फसल का नुकसान हो रहा है। नुकसान हुए क्षेत्र का सर्वेक्षण किया जाए। नुकसान मिलने के लिए ई- फसल का मापदंड लगाया गया है। इसकी जानकारी अशिक्षित किसानों को नहीं है। इसके कारण सभी किसानों को मुआवजा देना चाहिए।

कम समय अथवा आर्थिक तंगी के कारण जिन किसानों ने संतरा व मोसंबी की फसल का बीमा नहीं निकाला है। उसकी जांच करनी चाहिए। फसल बीमा की जटिल शर्ते रद्द की जाए। सरकार की ओर से नुकसानग्रस्त क्षेत्र का सर्वेक्षण कर तत्काल पंचनामे किए जाए। पश्चात नुकसान भरपाई देनी चाहिए। इस मांग को लेकर संतरा व मोसंबी उत्पादक किसान पंचायत समिति चौक में 26 अगस्त को एकत्रित आए। उसके बाद पंचायत समिति में दस्तक दी। तहसीलदार को मांग का ज्ञापन सौपा गया। इस समय किसान सुभाष अंधारे, प्रदीप शेटे, रूपेश मस्के, टीकाराम घागरे, मनोज भांगे सहित अन्य किसान उपस्थित थे।


Created On :   27 Aug 2024 12:58 PM GMT

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