कुलपति रजनीश कुमार शुक्ल का इस्तीफा, एल. कारुण्यकरा ने संभाला पदभार
- एल. कारुण्यकरा ने संभाला पदभार
- रजनीश कुमार शुक्ल का इस्तीफा
डिजिटल डेस्क, वर्धा. शहर में स्थित महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्व विद्यालय में गत दो माह से चल रहे विवाद को सोमवार, 14 अगस्त को पूर्ण विराम लग गया। विद्यार्थियों द्वारा कुलपति के इस्तीफे की मांग को लेकर आंदोलन जारी था। अंतत: कुलपति प्रो रजनीश कुमार शुक्ल ने अपना त्यागपत्र दे दिया। जिससे विद्यार्थियों ने इसे आंदाेलन की जीत बताई। हिंदी विवि के कुलपति प्रो रजनीश कुमार शुक्ल ने कुलाध्यक्ष उर्फ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सोमवार, 14 अगस्त की दोपहर में अपना त्यागपत्र प्रस्तुत कर दिया है। हालाकि जिस पर स्वीकृति प्रतीक्षित है। इस दौरान विश्व-विद्यालय का दैनंदिन कार्य प्रभावित न हो और इसका प्रतिकुल प्रभाव विश्वविद्यालय पर न पड़े, ऐसी स्थिति में कुलाध्यक्ष कार्यालय से कोई व्यवस्था होने तक विश्वविद्यालय के वरिष्ठ आचार्य प्रो एल कारूण्यकरा कुलपति के दायित्वों का निर्वहन करेंगे। ऐसी जानकारी हिंदी विवि के कुलसचिव कादर नवाज खान ने दी है। इस संदर्भ में कुलसचिव के हस्ताक्षर का पत्र भी जारी किया गया है। उल्लेखनीय है कि, गत दो माह से हिंदी विवि विवादों के चलते अखाड़ा बन गया था। इस दौरान महिला का यौन शोषण, राष्ट्रपति का हिंदी विवि में दौरा रद्द होना, महिला को लेकर वायरल चैट, आत्महत्या का प्रयास, नियुक्तियों में धांधली सहित अनेक प्रकरण उजागर होने से कुलपति प्रो रजनीश कुमार शुक्ल पर त्यागपत्र देने का दबाव बढ़ रहा था। अंतत: कुलपति ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया। इस दौरान डा. धरवेश कठेरिया द्वारा विश्वविद्यालय को हाइजैक कर अपना सिक्का जमाने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए कुलपति ने उन्हें निलंबित तक कर दिया था। जिससे प्रोफेसर धरवेश कठेरिया का पक्ष लेते हुए एक विद्यार्थी संगठन गत छह दिनों से कुलपति कक्ष के सामने धरने पर बैठा था। वहीं डा. धरवेश कठेरिया भी कुलपति के इस्तीफे की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे थे। सोमवार को उनके आंदोलन को सफलता मिली।
संघ परिवार भी हो गया था कुलपति के खिलाफ
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुडे सभी इकाई कुलपति के खिलाफ हो गयी थी। जिससे उन्हे अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। कुलपति के खिलाफ पत्रपरिषद, जिलाधिकारी मार्फत अनेको ने निवेदन भेजा : हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति रजनीशकुमार शुक्ल के बारे में गत 2 माह से कई घटनाक्रम हुए। इस घटनाक्रम को देखते हुए कुलपति के खिलाफ रोष बढता गया। कुलपति के खिलाफ स्थानीय विश्राम गृह में पत्रपरिषद हुए। शहर के अनेक सामाजिक संगठन व राजनीतिक दलो के पदाधिकरियों ने जिलाधिकारी मार्फत राष्ट्रपति को निवेदन भेजा। बढते रोष के कारण सोमवार को इस्तीफा देना पड़ा था।
यह सत्य की जीत है
प्रो. धरवेश कठेरिया, जनसंचार विभाग, हिंदी विवि के मुताबिक महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति रजनीशकुमार शुक्ल ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दिया हैं। यह सत्य की जीत हैं। पिछले एक माह से मैं जीत की लड़ाई लड़ रहा था। मुझे निलंबित कर दिया हैं। आखिरकार राष्ट्रपति ने गंभीरता दिखाई और कुलपति को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। यह सत्य की जीत हैं।
प्रोफेसर एल. कारुण्यकरा ने संभाला कुलपति का पदभार
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विवि के कुलपति रजनीशकुमार शुक्ल ने सोमवार को इस्तीफा देने के बाद नए कुलपति पद पर प्रो. एल. कारुण्यकरा ने पदभार संभाल लिया। आपात स्थिति में हिंदी विवि एक्ट के अनुसार वरिष्ठतम के कारण एल. कारुण्यकरा को पद दिया गया है। मूलत: हैदराबाद निवासी प्रोफेसर एल. कारुण्यकरा पिछले 16 वर्षो से हिंदी विश्वविद्यालय में सेवा दे रहे हैं।