गाज ने ली दो की जान, बाढ़ में बहे दो बैल और गाय, बाल-बाल बचा किसान

  • वर्धा तहसील में हुई 44.3 मि.मी. वर्षा
  • नांदोरा में एक मकान ढहा

Bhaskar Hindi
Update: 2023-09-05 13:11 GMT

डिजिटल डेस्क, वर्धा/यवतमाल. वर्धा और यवतमाल जिले में हवाधुंध के साथ हुई मूसलाधार बारिश दौरान गाज गिरने से मारेगांव में महिला की और वणी तहसील के दहेगांव में युवक की मृत्यु हो गई। रविवार को बारिश के दौरान वर्धा जिले के एकुर्ली के नाले में बैलगाड़ी बहने से बैलजोड़ी के साथ एक गाय की मृत्यु हो गई तो किसान बाल-बाल बच गया। सेवाग्राम के पास नंदोरा गांव में एक मकान ढह गया।

वर्धा तहसील में हुई 44.3 मि.मी. वर्षा

जिले में दो दिन से थम-थमकर बारिश हो रही हैं। रविवार की शाम को अच्छी बारिश हुई। वर्धा शहर में सोमवार को दोपहर 3 बजे से आधा घंटे तक बारिश हुई। जिले में बीते 24 घंटे में औसतन 22.8 मि.मी. बारिश हुई हैं। जिले में सर्वाधिक बारिश वर्धा तहसील में दर्ज की गयी हैं। जिले में 7 तहसीलो में बारिश हुई। मगर आष्टी शहीद तहसील में बारिश नही हुई। जिले में आर्वी तहसील में 7.8 मि.मी., कारंजा घाडगे तहसील में 13.3 मि.मी., वर्धा तहसील में 44.3 मि.मी., सेलू तहसील में 16.5 मि.मी., देवली तहसील में 35 मि.मी., हिंगणघाट तहसील में 34.1 मि.मी., समुद्रपुर तहसील में 17.8 मि.मी. बारिश दर्ज की गयी।

रविवार 3 सितंबर की शाम 5 बजे हुए मूसलाधार बारिश के कारण समीपस्थ एकुर्ली गांव के पास से बहने वाले नाले में बाढ़ आयी थी। दौरान गांव के किसान गणेश विठोबाजी चुटे यह अपनी बैलगाड़ी लेकर गांव में आते समय नाले के पुल पर से बहने वाले पानी का अंदाजा नहीं आने से बैलगाड़ी सहित बह गया। मात्र किसान पास के एक पेड़ का सहारा लेकर बाहर निकल आया। लेकिन उस के दो बैल व गाय बाढ़ में बह जाने से उस का अंदाजन दो लाख रुपए का नुकसान हो गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार की शाम 5 बजे के दौरान हुए मूसलाधार बारिश के कारण एकुर्ली गांव समीप के नाले में बाढ़ आयी थी। शाम को एकुर्ली गांव निवासी किसान गणेश चुटे अपने बैलगाड़ी से गांव की ओर आ रहा था। नाले में आए बाढ़ के कारण पुल पर से पानी बह रहा था। मात्र किसान ने कोई भी विचार नही करते हुए अपनी बैलगाड़ी आगे बढ़ाई। मात्र पुल पर से बहने वाले पानी का अंदाजा नहीं आने से वह बैलगाड़ी सहित बाढ़ में बह गया। दौरान वह एक पेड़ में अटकने से बाल-बाल बच गया। मात्र उस के दोनों बैल व एक गाय बाढ़ में बहने से उनकी मौत हो गयी। इस घटना की जानकारी अल्लीपुर पुलिस थाना को दी गयी। जानकारी मिलते ही बीट जमादार अजय भिसे, योगेश चंदनखेडे, पटवारी गेडाम, गाडगे, दाखिल हुए। कृषि विभाग के गिरडकर, तलेगांव के पशुवैद्यकीय अधिकारी मराठे, ग्रामसेवक खोंड, भास्कर वरभे, पुंउलिक चुके ने घटनास्थल का पंचनामा किया। किसान गणेश चुटे ने हुए नुकसान के लिए शासन की ओर मदद की मांग की है।

नांदोरा में एक मकान ढहा

कई दिनों की शांति के बाद रविवार दोपहर वर्धा जिले में बारिश हुई। इस बारिश से सेवाग्राम के समीप के नांदोरा गांव के शंकर भाऊराव बुरडकर का कवेलू व मिट्टी का पुराना मकान ढह गया। अचानक मकान ढहने से शंकर बुरडकर और उनकी पत्नी और बेटी तीनों अंदर फंस गए। शोर सुनकर पड़ोसी दौड़े और तीनों को बाहर निकाला। इसमें शंकर जख्मी हुए। इस घटना में करीब चालीस से पचास हजार का नुकसान हो गया।

और उनके परिवार के सामने यह संकट खड़ा हो गया है कि अब वे कहां रहें। बारिश अभी भी जारी होने के कारण सामान निकालने में दिक्कतें आ रही थीं। इस घटना की जानकारी मिलते ही गांंव की सरपंच दीपाली नागतोड़े, सदस्य राजू नागतोडे, वनिता जामूनकर, पुलिस पाटील वैशाली वाकडे आदि ने दौरा कर निरीक्षण किया और तलाठी गुलशन पटले को इसकी जानकारी दी। सरकार इस परिवार की आर्थिक मदद करे, ऐसी मांग की गई।

बैलगाड़ी पर गाज गिरने से महिला की मौत

मारेगांव खेत से काम निपटाकर बैलगाड़ी पर बैठकर घर लौट रहे एक महिला पर गाज गीरने से उसकी मौत हो गई तो पति और मजदूर बेहोश हो गए। इसमें बैल भी मामूली घायल हुआ है। यह घटना सोमवार की दोपहर 2 बजे तहसील के गोरज गांव में घटी। मृतका का नाम सुवर्णा संजय कांबले(32) बताया गया है। सुवर्णा उसके पति संजय कांबले और अन्य एक मजदूर के साथ खेत में गए थे। दोपहर को बादल घिर आए, बिजलियां कड़कने लगी।

जिससे यह लोग घर निकले। सभी लोग बैलगाड़ी पर सवार थे। गोरज फाटे के पास बैल गाड़ी पर गाज गिरी। जिसमें महिला की मौत हुई तो पति और मजदूर बेहोश हो गए। बैल भी निचे गीर पड़ा। घटना की जानकारी लोगों ने मारेगांव पुलिस थाने को दी। जिससे पुलिस घटनास्थल पहुंची। गत कई दिनों से बारिश नदारद थी। मगर रविवार से बिजली की कड़कड़ाहट के साथ बारिश शुरू हो गई। वणी तहसील के बोरगांव मेंढोली में भी शनिवार की शाम संजय पहुरकर(45) पर गाज गिरने से मौत हो गई थी। जिससे मजदूरों में, किसानों में गाज का डर सता रहा है। मजदूरी पर जाए या नहीं ऐसी चिंता उन्हे हो रही है। होश में आने के बाद पीड़ितों ने बताया कि घटना एक पलभर में घटी। आखों के सामने बड़ी तेज रोशनी दिखाई दी। उसके बाद आखे बंद हो गई। अस्पताल में ही आंखें खुली है।

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