वर्धा: कलयुगी पुत्र ने दिव्यांग मां को मारपीट कर घर से बाहर निकाला, मामला पहुंचा थाने

  • पुलिस कर रही पुत्र की तलाश
  • दिव्यांग मां को मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-21 13:36 GMT

डिजिटल डेस्क, वर्धा। मां-बाप दिन भर खून-पसीना बहाकर एक-एक पाई जोड़ते हुए बच्चों की परवरिश करते हैं। पढ़ाई-लिखाई से लेकर उनकी तमाम जरूरतों और शौक को पूरा करने के लिए अपनी पूरी जवानी खपा देते हैं। लेकिन इस कलयुग में कुछ बहू-बेटे ऐसे बुजुर्गों को घर से बेगाना कर दें तो यह बड़े अफसोस की बात है। ऐसा ही एक मामला सेवाग्राम थाना अंतर्गत पवनार में सामने आया है। नियमित रूप से प्रताड़ित कर मारपीट करते हुए भूखे रखनेवाले बेटे के अत्याचार से तंग आकर 60 वर्षीय बुजुर्ग दिव्यांग मां न्याय के लिए थाने पहुंच गईं। जहां पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी पुत्र पर मामला दर्ज किया और फिर बुजुर्ग मां को उनके ही घर छोड़ दिया। आरोपी पुत्र घर से फरार है और पुलिस उसकी खोज कर रही है।

बता दें कि पवनार के काला मारोती मंदिर परिसर में आशा अशोक तड़स का घर है। यह मकान उनके पति अशोक के नाम पर है। परंतु कुछ साल पहले उनकी मौत हो गई। आशा एक पैर से दिव्यांग है। इस कारण वह कोई काम नहीं कर सकती। उनके पति के नाम पर गांव में ही सवा एकड़ खेती है। पुत्र राहुल अपनी पत्नी व बच्चों के साथ मां के साथ ही घर में रहता है। वह मां के हिस्से में आनेवाली खेती भी संभालता है और निजी कंपनी में कार्यरत भी है। बावजूद इसके बुजुर्ग दिव्यांग मां को ना तो कुछ पैसे देता है और ना ही खाना। कई बार तो गालीगलौज करते हुए उनसे मारपीट तक की जाती है। इससे पीड़ित वृद्धा किसी से मांगकर अपने दिन गुजार रही है। वहीं बहू भी मूकदर्शक बनी हुई है।

18 फरवरी की रात तो बेरहम पुत्र ने हद कर दी। रात 10 बजे जब घर से खाना नहीं मिला तो पीड़ित वृद्धा को पड़ोसी खाना देकर गए। यह बात जैसे ही पुत्र ने देखी तो गालीगलौज करने लगा। यही नहीं, कुत्ते की तरह खा रही है, कहते हुए मारपीट शुरू कर दी और हाथ पकड़कर बाहर निकाल दिया। बार-बार पुत्र द्वारा किए जा रहे अत्याचार से तंग आकर बुजुर्ग महिला किसी की मदद से पुलिस थाना पहुंच गई। सेवाग्राम पुलिस थाना के थानेदार एपीआई विनित घागे ने प्रकरण की गंभीरता को समझते हुए तुरंत आरोपी पुत्र राहुल तड़स के खिलाफ वरिष्ठ नागरिक कानून अधिनियम वर्ष 2007 की धारा 24, 504 भादंवि के तहत मामला दर्ज किया है। वहीं आरोपी की खोजबीन की जा रही है।

वृद्धा को पहुंचाया घर

इस प्रकरण के बाद पुलिस ने वृद्ध महिला को वृद्धाश्रम में रहने की बात कही। लेकिन बुजुर्ग मां ने इनकार कर दिया। इसके बाद उनकी इच्छा के तहत वे वापस अपने पति के घर चली गई। पुलिस का कहना है कि अगर पुत्र फिर ऐसी हरकत करता है तो महिला को वृद्धाश्रम भेजा जाएगा।

ऐसे लोग होंगे जेल के अंदर

एपीआई विनीत घागे, थानेदार, सेवाग्राम पुलिस स्टेशन के मुताबिक वृद्ध मां-बाप को अगर प्रताड़ित कर घर से बाहर करनेवालों को यह भारी पड़ेगा। वृद्ध अधिनियम कानून के तहत कड़ी सजा का प्रावधान है। इससे अगर बूढ़े मां-बाप को बाहर करोगे तो जेल के अंदर होंगे। पवनार की घटना में फिलहाल आरोपी पुत्र फरार है। हम उसकी खोजबीन कर रहे हैं। उसकी बुजुर्ग मां को उनके ही घर छोड़ा गया है। फिर ऐसा कुछ होता है तो किसी को बक्शा नहीं जाएगा।


Tags:    

Similar News