वर्धा: जनजीवन प्रभावित, सेवाग्राम में बारिश से ढहा मकान
- आर्वी में आंधी-बारिश से फसलों का नुकसान
- वर्धा में जनजीवन प्रभावित
डिजिटल डेस्क, वर्धा. सोमवार और मंगलवार को वर्धा शहर सहित जिलेभर में बिजली की गड़गड़ाहट के साथ जोरदार बारिश हुई इससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। वहीं खेत फसलों का भारी नुकसान हुआ। इसमें सर्वाधिक कपास फसल का नुकसान हुआ है। इसके अलावा तुअर, गेहूं, चना फसल प्रभावित हुई। जिले में मंगलवार को सुबह 5 बजे से दोपहर 1 बजे तक रुक-रुक कर जमकर बारिश होती रही। इस बीच शहर से सटे सेलूकाटे स्थित इंझापुर गांव में सुबह 5 से 6 बजे के दौरान गाज गिरने से एक गाय की मौत हाे गई। जिसमें किसान किशोर मनोहर निकोडे का आर्थिक नुकसान हुआ है। इधर,मौसम विभाग ने वर्धा जिले समेत संपूर्ण राज्य में 30 नवम्बर तक बारिश का यलो अलर्ट जारी करते हुए एक-दो स्थानों पर गरज के साथ बारिश की चेतावनी दी है। जिले में गत दो दिनों में कुल 12.3 मिमी बारिश दर्ज की गई।
जिसमें आर्वी तहसील में 12.7 मिमी, कारंजा तहसील में 20.1 मिमी, आष्टी तहसील में 37.9 मिमी, वर्धा तहसील में 10 मिमी, सेलू तहसील में 5.3 मिमी, देवली तहसील में 18.4 मिमी, हिंगणघाट तहसील में 7.3 मिमी तथा समुद्रपुर तहसील में 1.9 मिमी बारिश दर्ज की गई। दो दिन से हो रही बेमौसम बारिश के कारण स्कूल में जानेवाले बच्चों तथा नौकरीपेशा लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
आर्वी में आंधी-बारिश से फसलों का नुकसान
संवाददाता। आर्वी. आंधी के साथ हुई बेमौसम बारिश के कारण तहसील में कपास, चना, तुअर, गेहूं फसल का भारी नुकसान हुआ है। इस नुकसान का तुरंत पंचनामा कर मुआवजा देने की मांग किसानों ने की है। बेमौसम बारिश से आर्वी तहसील के वाठोडा, वागदा, रोहना, टाकरखेड़ा, देऊरवाड़ा, बाजारवाड़ा, खुबगांव, शिरपुर बोके, जलगांव, वर्धमनेरी, वाढोणा, पिंपलखुटा सहित 210 गांवों में कपास, तुअर, चना फसल प्रभावित हुई है। वहीं ग्राम वर्धमणेरी के केले उत्पादक, रोहणा, वाढोणा, चिंचोली डांगे, हराशी, बेल्हारा, दहेगांव मुस्तफा, पाचेगांव, सर्कसपुर, नांदपुर, टाकरखेड़ा, जलगांव, निंबोली शेंडे गांव के संतरा उत्पादकों का काफी नुकसान हुआ। वागदा पुनर्वसन के किसान राहुल गायकवाड़ ने बताया कि आंधी तथा बारिश से पांच एकड़ की कपास की फसल पूरी खराब होने से भारी नुकसान हुआ है।
बारिश से ढहा मकान
सेवाग्राम समीप टाकली किटे गांव में मंगलवार को हुई बारिश से स्थानीय निवासी संध्या बाबाराव किटे का कच्चा मकान ढह गया। जिसमें उनका हजारों रुपयों का नुकसान हुआ हे। संध्या किटे का फाटे व टीन के शेड का मकान है, परंतु मिट्टी की दीवार में पानी घुसने से मंगलवार दोपहर करीब 1 बजे अचानक मकान ढह गया। इस घटना में उनका बेटा बाल-बाल बचा है। इस घटना में प्रशासन ने तुरंत पंचनामा कर आर्थिक मदद देने की मांग किटे परिवार ने की है।