गौसेवा केंद्र योजना मेंं एमगिरी बनेगा नोडल एजेंसी

  • महाराष्ट्र की गौशालाओं का सशक्तिकरण
  • गौसेवा केंद्र योजना मेंं एमगिरी बनेगा नोडल एजेंसी

Bhaskar Hindi
Update: 2023-06-07 14:54 GMT

डिजिटल डेस्क, वर्धा.महाराष्ट्र की गौशालाओं के सशक्तिकरण के लिए महाराष्ट्र सरकार द्वारा घोषित गोवर्धन गौवंश सेवा केंद्र योजना के क्रियान्वयन के लिए स्थानीय महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक संस्था (एमगिरी) में नोडल एजेंसी नियुक्त करने के लिए विस्तृत चर्चा हुई। एमगिरि के निदेशक डॉ. आशुतोष मुरकुटे ने सोमवार को मुंबई स्थित राज्य अतिथिगृह सह्याद्री में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ मुलाकात की। महाराष्ट्र के आर्थिक व सामाजिक विकास तथा रोजगार को बढ़ावा देने के लिए चर्चा करने के लिए बैठक का आयोजन किया गया।

बैठक में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्ययम मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री नारायण राणे भी उपस्थित थे। इस योजनांतर्गत राज्य के 324 तहसीलों की एक-एक गौशाला का चयन कर पशुधन के आधार पर 15 से 25 लाख रुपए का अनुदान पशुसंवर्धन मंत्रालय द्वारा दिया जाएगा। इस अनुदान से 324 गौशालाओं में दूध नहीं देने वाली गाय व वृद्ध गायों के रख-रखाव, चारा, शेड व्यवस्था करने तथा हर गौशाला में पंचगव्य का उत्पादन और बिक्री शुरू करने को प्रोत्साहन देना मुख्य उद्देश्य है।

राष्ट्रीय कामधेनु आयोग की सिफारिश पर खादी ग्रामोद्योग आयोग द्वारा पिछले वित्त वर्ष में एमगिरि को दिए एक प्रोजेक्ट में देश के 175 गौशालाओं से संंबंधित लोगों को संस्था के डॉ. जयकिशोर छांगानी के मार्गदर्शन में पंचगव्य आधारित उत्पादों के उद्योग का सफल परीक्षण किया गया।

इस बैठक में डॉ. मुरकुटे ने संस्था द्वारा गांधी विचारधारा पर ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे विभिन्न गतिविधियों से मुख्यमंत्री को अवगत करवाया और एमगिरि द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों से संबंधित पुस्तिका भेंट दी।

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