अपनी अपनी मांग: प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज को लेकर वर्धा, हिंगणघाट, आर्वी में घमासान

  • तीनों तहसील के नागरिक आक्रामक
  • वर्धा से संभाजी ब्रिगेड का मोर्चा
  • विधायक कुणावार का हिंगणघाट में मेडिकल कॉलेज मांगना राजनीतिक षडयंत्र- उमाले

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-20 12:31 GMT

डिजिटल डेस्क, वर्धा/हिंगणघाट/आर्वी. वर्धा जिले में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज को लेकर गत कुछ माह से चल रहा घमासान खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है, बल्कि यह मामला और भी गंभीर होता जा रहा है। वर्धा जिला मुख्यालय की जगह होने से यहां अस्पताल बनाने की मांग को लेकर विभिन्न सामाजिक संगठन आक्रामक है। संभाजी ब्रिगेड द्वारा महाराष्ट्र प्रदेश संगठक तुषार उमाले के नेतृत्व में एक लाख लोगों के हस्ताक्षर पत्र सहित बुधवार, 20 दिसंबर को नागपुर विधानभवन पर मोर्चा निकाला जाएगा।

विधायक कुणावार का हिंगणघाट में मेडिकल कॉलेज मांगना राजनीतिक षडयंत्र- उमाले

हिंगणघाट में मेडिकल कॉलेज बनाने की मांग काे लेकर सामाजिक संगठन कुछ माह से आंदोलन कर रहे है। लेकिन इस ओर विधायक समीर कुणावार का ध्यान नहीं गया, परंतु आगामी वर्ष होनेवाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में लेकर समीर कुणावार द्वारा राजनीतिक षडयंत्र के तहत अपना इस्तीफा देने की बात कह रहे हैं, ऐसा आरोप संभाजी ब्रिगेड के महाराष्ट्र प्रदेश संगठक तुषार उमाले ने मंगलवार,19 दिसंबर को विश्रामगृह में आयोजित पत्र परिषद में लगाया। तलेगांव में भी मेडिकल कॉलेज की मांग सुमित वानखेड़े अपने पीछे कितने लोग है, यह दिखाने के प्रयास में कर रहे है। ऐसा आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि, वर्धा जिले की जगह है। यहां से 18 लाख लोग जुड़े हैं। अगर वर्धा में मेडिकल कॉलेज बनता है तो उसका 18 लाख लोगों को फायदा होगा, परंतु यही मेडिकल कॉलेज हिंगणघाट या तलेगांव में बनेगा तो केवल चार लाख लोगों को ही राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि इन तहसीलों को कॉलेज चाहिए तो हमारी आपत्ति नहीं है।

आत्मदाह की चेतावनी देनेवाला श्याम इड़पवार हिरासत में

हिंगणघाट में मेडिकल कॉलेज बनाने की मांग को लेकर मंगलवार,19 दिसंबर को नागपुर विधानभवन के सामने आत्मदाह की चेतावनी देनेवाले समाजसेवी श्याम इड़पवार को मंगलवार सुबह हिंगणघाट पुलिस ने हिरासत में ले लिया। समाजसेवी श्याम इडपवार ने इससे पूर्व कई बार आंदोलन किए। लेकिन  19 दिसंबर को नागपुर विधानभवन के सामने आत्मदाह करने की चेतावनी देते हुए हिंगणघाट के उपविभागीय अधिकारी व तहसीलदार को पत्र सौंपा था। जिससे हिंगणघाट पुलिस ने तत्काल हरकत में आकर मंगलवार सुबह में उन्हें डिटेन किया। इस संदर्भ में इडपवार का कहना है कि, हिंगणघाट में शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय बने, इसके लिए अब अंतिम मार्ग बचा है। जिससे उन्होंने आत्मदाह करने की चेतावनी दी थी।

तलेगांव में मेडिकल कॉलेज की मांग को लेकर उपमुख्यमंत्री से चर्चा

राज्य सरकार द्वारा घोषित शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय तलेगांव श्यामजीपंत में बनाने की मांग को लेकर सभी सामाजिक संगठनों की ओर से सुमित वानखेड़े के नेतृत्व में मंगलवार को उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के साथ मुलाकात कर चर्चा की। जिस पर उपमुख्यमंत्री ने सकारात्मक प्रतिसाद दिया। चर्चा के दौरान सामाजिक संगठनों ने कहा कि 1942 के आजादी संग्राम में शहीद भूमि आष्टी का महत्वपूर्ण योगदान है। इसलिए आर्वी विधानसभा क्षेत्र में आनेवाले आष्टी तहसील के तलेगांव श्यामजीपंत में मेडिकल कॉलेज बनना चाहिए। जबकि क्षेत्र में हादसे नियमित रूप से होते है। स्वास्थ्य यंत्रणा नहीं होने से मरीजों को शासकीय अस्पताल नागपुर में 110 किमी, यवतमाल में 100 किमी तथा अमरावती में 70 किमी या फिर वर्धा के सावंगी या सेवाग्राम में 70 किमी सफर करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि यहां बड़ा वनक्षेत्र होकर आदिवासियों की संख्या अधिक है। आर्वी, आष्टी व कारंजा में ग्रामीण अस्पताल होकर 110 बे़ड है। इसलिए तलेगांव श्यामजीपंत में मेडिकल कॉलेज बनना चाहिए। इसके साथ ही अन्य बातें भी फडणवीस के समक्ष रखी गई। इस समय चर्चा के दौरान इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी, डॉक्टर्स एसो., रोटरी क्लब ऑफ कॉटन सिटी, लायन्स क्लब, लायन्स सेवा, शाखा आर्वी, व्यापारी संगठन, मदत फाउंडेशन, औषध विक्रेता संगठन, वकील संगठन, भारत सेवक समाज, मातृसेवा संघ के प्रमुख पदाधिकारी व कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद थे।


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