वर्धा: कलेक्ट्रेट पर आंगनवाड़ी कर्मियों का घंटनाद आंदोलन
हजारों की संख्या में शामिल हुईं आंगनवाड़ी सेविकाएं
डिजिटल डेस्क, वर्धा. आंगनवाड़ी कर्मचारियों के महत्वपूर्ण व न्याय मांगों को लेकर 4 दिसंबर से जिले में हड़ताल शुरू है। हड़ताल के पांचवेें दिन 8 दिसंबर को आंगनवाड़ी कर्मचारियों ने जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष घंटनाद आंदोलन कर प्रशासन व सरकार का ध्यानाकर्षण करने का प्रयास किया। इस समय राज्य सरकार के प्रति नारेबाजी की गई। श्रमिक नेता दिलीप उटाणे, यशवंत झाडे के नेतृत्व में आंदोलन की शुरुआत हुई। जिले के सभी आंगनवाड़ी सेविकाएं हड़ताल में शामिल हुई। इस अांदोलन में राज्य के चार लाख कर्मचारी शामिल हुए हंै। जिलास्तरीय स्थानीय मांगों को लेकर तहसील स्तर पर मोर्चा निकाले जा हे हैं।
इन मार्चो में बड़ी संख्या में आंगनवाडी कर्मचारियों को शामिल होने का आह्वान विजया पावड़े, वंदना कोलणकर, मैना उईके, ज्ञानेश्वरी डंभारे, मंगला इंगोले, सुरेखा रोहनकर, माला भगत, अलका भानसे, ज्योति कुलकर्णी, सीमा गडिया, वंदना रेवतकर, सुनंदा आखाड़े, हीरा बावणे, रंजना तांबेकर, वंदना खाब्रागडे, सविता तड़स, अरुणा नागोसे, इरफान पठाण, ज्योति खोब्रागडे ने किया है। सर्वोच्च न्यायालय ने ग्रैच्युइटी संदर्भ में दिए अंतिम निर्णय पर अमल करें, आंगनवाड़ी सेविका व सहायक के मानधन में वृद्धि करें, सहायक को 18 हजार तथा आंगनवाड़ी सेविका को 26 हजार तक मानधन दें, महंगाई भत्ता लागू करें, मासिक निर्वाह भत्ता पेंशन देने की मांग को लेकर आंदोलन किया गया। आंदोलन में हजारों की संख्या में आंगनवाड़ी सेविकाएं व सहायक शामिल हुई।