पुण्यतिथि: बापू एक विचार, एक क्रांति आंधी, अब तो देश में हो रही है लोकतंत्र की हत्या
- अशोक वाजपेयी ने कहा- बापू एक विचार, एक क्रांति और एक आंधी हैं
- गांधीजी की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम
- बच्चों ने गाया वैष्णव जन
डिजिटल डेस्क, वर्धा. महात्मा गांधी एक वार्षिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि एक विचार हैं, एक क्रांति हैं और एक आंधी हैं। एक ऐसी उपस्थिति है, जिसे जितना अनदेखा करेंगे, उतनी ही वह हम पर हावी होती जाती है। मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे सेवाग्राम आश्रम आने का मौका मिला। आज हम जितना गांधीजी से दूर जाने की कोशिश करते हैं, उतना ही हमें उनके करीब जाने की जरूरत है। भारत में सभी महान विचारों का नाम गांधी के नाम पर है। यह विचार देश के प्रसिद्ध कवि व हिंदी विवि के पूर्व कुलपति अशोक वाजपेयी ने व्यक्त किए। वह सेवाग्राम आश्रम में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर आयोजित शहादत दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कररहे थे। उन्होंने कहा कि आज देश की ऐसी स्थिति हो गई है कि लोग भारतीयता और लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं। लेकिन, उन्हें यह समझना होगा कि यह देश गांधी का है, जो अहिंसा के रास्ते देश की आत्मा को बचाए रखने की वकालत करते हैं। लोकतांत्रिक मूल्यों से देश को आगे बढ़ने की दिशा में अग्रसर करते हैं।
बढ़ा नफरत के हथियारों का प्रयोग
अशोक वाजपेयी ने कहा कि स्वतंत्रता, समानता, न्याय और बंधुत्व पर हर दिन हमला हो रहा है। जैसे-जैसे देश में नफरत फैलाने के औजार लोगों के हाथ में आए, उनका इस्तेमाल और प्रयोग बढ़ता गया। दुख की बात है कि मध्यम वर्ग इनका ज्यादा इस्तेमाल करता है। जहां अंग्रेजों ने धर्म के नाम पर जाति को बांटने का काम किया, वहीं गांधीजी ने सभी धर्मों को समानता से जोड़ने का काम किया। जब दुनिया युद्ध में थी, तब गांधीजी ने अहिंसा का प्रस्ताव रखा। लेकिन, आज देश नफरत, जाति-धर्म के दलदल में फिर वापस जाता दिख रहा है। इसलिए देश के हालात को देखते हुए एक-बार फिर से लड़ाई अहिंसा से लड़नी होगी।
गांधीजी को समझने की जरूरत: बोथरा
सेवाग्राम आश्रम की अध्यक्ष आशा बोथरा ने कहा कि गांधीजी को समझने और समझाने की जरूरत है। गांधी जी शहीद हुए लेकिन कभी झुके नहीं। आज भी गांधी हमारे साथ हैं। सर्वसेवा संघ के अध्यक्ष चंदन पाल ने कहा कि गांधीजी ने परम जनता के लिए काम किया। देश की वर्तमान स्थिति गंभीर है। प्रस्तावना सेवाग्राम आश्रम प्रतिष्ठान के मंत्री विजय तांबे ने रखी। संचालन रूपाली उगले ने किया। इस अवसर पर सेवाग्राम आश्रम प्रतिष्ठान की अध्यक्ष आशा बोथरा, संगीता चव्हाण, सर्व सेवा संघ के अध्यक्ष चंदन पाल, जयश्री, गंगूबाई सुरपन, नई तालीम और जिला सर्वोदय मंडल के कार्यकर्ता व शहर के नागरिक मौजूद थे।
महात्मा गांधीजी की पुण्यतिथि पर मंगलवार को विविध कार्यक्रमों के साथ ही अखंड सूत यज्ञ कर श्रद्धांजलि अर्पित की। बापू कुटी के बरामदे में अखंड सूत यज्ञ किया गया।
बच्चों ने गाया वैष्णव जन
शहादत दिवस कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 5.45 बजे रामधुन से ही शुरू हो गई। इसके बाद 11 बजे सेवाग्राम आश्रम परिसर में सामूहिक मौन रखकर लोगों ने बापू को विनम्र श्रद्धांजलि दी। फिर स्कूली बच्चों ने वैष्णव जन तो तेने कहिये जे पीड़ परायी जाणे रे का... सामूहिक गायन किया। इस भजन ने सभी का मन मोह लिया।