वर्धा: शहर के चौराहों पर बनाए जाएंगे कृत्रिम तालाब
- पर्यावरणपूरक उत्सव बनाएं
- बनाए जाएंगे कृत्रिम तालाब
डिजिटल डेस्क, वर्धा. बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए प्रशासन पर्यावरणपूरक उत्सव मनाने पर जोर दे रही है। फिलहाल गणेशोत्सव आरंभ हो गया है। परंतु अनेक लोग पांच दिन, सात दिन का गणेशोत्सव मनाते हैं। ऐसे में नप प्रशासन ने अभी से तैयारी आरंभ करनी शुरू कर दी है। पर्यावरणपूरक गणेशोत्सव मनाने शहर के चौक, चौराहे पर कृत्रिम तालाब लगाए जाएंगे। आगामी 28 सितम्बर को अनंत चतुदर्शी है। परंतु उसके पहले से ही यानी 26 सितम्बर से वर्धा नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत शहर के आर्वी नाका, छत्रपति शिवाजी महाराज चौक, धूनिवाले मठ, शास्त्री चौक, भगतसिंह चौक, रामनगर, गांधी पुतला, ठाकरे मार्केट चौक में कृत्रिम तालाब का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए नप प्रशासन ने तैयारी आरंभ कर दी है। मूर्तियों के विसर्जन से नदी में होनेवाले प्रदूषण को रोकने हेतु कृत्रिम तालाब काफी मददगार साबित हो रहे हंै। इसके तहत अनेक सामाजिक संस्था भी पहल कर शहर में मूर्ति विसर्जन हेतु कृत्रिम तालाब तैयार कर लोगों में जनजागृति लाने का काम करते है।
पवनार के विसर्जन कुंड में गंदगी का आलम : पर्यावरणपूरक गणेश उत्सव मनाते समय नदी का प्रदूषण रोकने के लिए पवनार स्थित धाम नदी तट के समीप कल्याणी गणेश विसर्जन कुंड तैयार किया गया है। परंतु इस कुंड के देखभाल, दुरुस्ती की जिम्मेदारी किसकी? यह सवाल उपस्थित हो रहा है। वर्धा तथा आसपास के 11 ग्राम पंचायत से सैकड़ों मूर्ति विसर्जन के लिए इस कुंड में आते हंै। परंतु यह कुंड अस्वच्छ है। इस कुंड में समीप से बहनेवाले नाले का पानी आते है। ग्राम पंचायत प्रशासन, वर्धा नगर परिषद, सार्वजनिक निर्माणकार्य विभाग की अनदेखी से अनेक सवाल उपस्थित हो रहे हंै।