Shahdol News: हाथी भगाने के लिए 10 पटाखे देकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेते हैं, गांव के बाहर हाथी पहुंचे तो वनकर्मी फोन तक नहीं उठाते
- हाथी भगाने के लिए 10 पटाखे देकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेते हैं
- गांव के बाहर हाथी पहुंचे तो वनकर्मी फोन तक नहीं उठाते
Shahdol News: बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के सलखनिया गांव में 29 से 31 अक्टूबर के बीच 10 हाथियों की मौत से पहले समूह के सभी 13 हाथियों का मूवमेंट बमेरा-बड़वाही गांव में था। इस गांव में दैनिक भास्कर की टीम पहुंची और हाथियों के मूवमेंट को लेकर ग्रामीणों से बात की। बड़वाही गांव में रहने वाले ललुआ बैगा, जेठू बैगा व राजकमल जैसे दूसरे ग्रामीणों की पीड़ा यही है कि हाथियों के मूवमेंट से उनकी फसल को नुकसान पहुंचता है तो पांच साल में आज तक एक भी बार उचित मुआवजा नहीं मिला।
जंगली हाथियों के मूवमेंट से सुरक्षा के लिए टाइगर रिजर्व प्रबंधन के अधिकारी 10 पटाखे देकर जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लेते हैं। बमेरा गांव के नरेंद्र प्रजापति, अंकित व अन्य ग्रामीण बताते हैं कि गांव में हाथी के आने पर मदद के लिए बगईहा के बीटगार्ड को सूचना देते हैं तो मदद मिलना दूर दरवाजा ही बंद कर लेते हैं। घर से नहीं निकलते। ऐसे में परेशान ग्रामीण स्वयं ही ट्रैक्टर चलाकर, पटाखे फोडक़र हाथियों को दूर भगाते हैं।