Shahdol News: नपा के मीटिंग हॉल को विस्तारित करने से बिगड़ सकता है टैगोर पार्क का स्वरूप
- पार्क व पार्किंग एरिया की ली जा रही बलि
- नगरपालिका प्रशासन को ग्रीनरी कम करने की बजाय बढ़ाने का काम करना चाहिए।
Shahdol News: नगर के हृदय स्थल पर स्थित दशकों पुराने टैगोर पार्क के अंदर तक नगरपालिका द्वारा निर्माण कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री शहरी अधोसंरचना के तहत मीटिंग हॉल का विस्तार करने के लिए इस नए निर्माण में डेढ़ करोड़ रुपए खर्च होना बताया जा रहा है। हॉल विस्तार के लिए पार्क के उस हिस्से तक पिलर लगाए जा रहे हैं जहां पर रवींद्रनाथ टैगोर की प्रतिमा बनाई गई थी। इस निर्माण को लेकर नागरिकों द्वारा विरोध किया जा रहा है, क्योंकि ऐसे में पार्क सहित मानस भवन आडिटोरियम के लिए बने पार्किंग एरिया का दायरा कम हो जाएगा।
निर्माण से ऐसे बढ़ेगी परेशानी
निर्माण से अनेक प्रकार की परेशानियां हो सकती हैं। लोगों का कहना है कि शहर के अंदर पहले से ही हरियाली कम हैं और गिने चुने दो ही पार्क हैं। ऐसे में पार्क के उन्नयन की बजाय उसका हिस्से को ही डैमेज किया जा रहा है। पार्क के सामने मानस भवन बना हुआ है। वहां पर जब कार्यक्रम आदि होते हैं तो आने वाले वाहनों को खड़ा करने के लिए जगह कम पड़ जाती है। ऐसे में यदि निर्माण हो जाएगा तो पार्किंग की समस्या आ सकती है। इसके अलावा पार्क का एरिया पहले से बहुत कम है, सामने के हिस्से में निर्माण हो जाने से पार्क की सुंदरता पर असर पड़ सकता है।
ग्रीनरी बढ़ाने का हो प्रयास : अजय
समाजसेवी अजय बिजरा का कहना है कि नगरपालिका प्रशासन को ग्रीनरी कम करने की बजाय बढ़ाने का काम करना चाहिए। कार्यालय की जरूरत ही है तो पहले से बने भवनों के ऊपर भी कराया जा सकता है। निर्माण से ग्रीनरी पर असर के साथ पार्किंग की जगह भी कम हो सकती है।
न बिगड़े पार्क का स्वरूप : अनुशील
समाजसेवी अनुशील सिन्हा निक्की का कहना है कि विकास के लिए नए निर्माण जरूरी हैं, लेकिन नगरपालिका को ऐसा प्रयास करना चाहिए ताकि पुराने पार्क का स्वरूप यथावत रहे। साथ ही पार्क को नियमित रूप से खोलने के साथ उसका और विकास करना चाहिए।
पार्क का स्वरूप नहीं बिगाड़ा जा रहा है, सामने के कुछ हिस्से तक पिलर बनाए गए हैं। नीचे का हिस्सा पूरी तरह खुला रहेगा, जिसका उपयोग पार्किंग आदि के लिए होगा।
अक्षत बुंदेला, सीएमओ नगरपालिका शहडोल